गोंडा। कोविड.19 के नए वैरिएंट के कारण सम्भावित संकमण की स्थिति से निपटने हेतु जिलाधिकारी डा० उज्ज्वल कुमार द्वारा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की गहनतापूर्वक समीक्षा की गई। जिला चिकित्सालय में 1000, 500 तथा 167 एलण्पीण्एमण् क्षमता के तीन तथा इसी परिसर में कोविड चिकित्सालय के लिए 1500 एलण्पीण्एमण् क्षमता का एक आक्सीजन प्लांट गत वर्ष स्थापित कराया गया था।
अपर निदेशक चिकित्सा, देवीपाटन मण्डल द्वारा अवगत कराया गया कि इन चारों आक्सीजन प्लॉट के मेंटीनेंस तथा कमियों को ठीक कर विधिवत् क्रियाशील कराने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय से साइरेक्स कम्पनी को नामित किया गया है। इस कम्पनी से इंजीनियर्स की टीम द्वारा प्लान्ट्स का निरीक्षण कर लिया गया है तथा एक सप्ताह में सभी प्लांट कियाशील हो जायेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय को निर्देशित किया गया कि कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों तथा स्वास्थ्य निदेशालय में उक्त कार्य के पर्यवेक्षण हेतु नामित अपर निदेशक ;इलेक्ट्रिकल्सद्ध से नियमित सम्पर्क में रहकर आक्सीजन प्लांट क्रियाशील कराना सुनिश्चित करें तथा इस कार्य में प्रगति से प्रतिदिन अवगत भी करायें।मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होने तथा मरीजों को चिकित्सालय में भर्ती करने की आवश्यकता होने पर मुख्यालय पर एल.2 कोविड चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं पूर्व से हैं। कोविड चिकित्सालय प्रभारी द्वारा यहां की लिफ्ट खराब होने तथा कुछ अन्य आवश्यक सिविल कार्यों के बारे में जानकारी देने पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इन्हें तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
समीक्षा बैठक में कोविड.19 के नए वैरिएंट से बचाव के लिए जागरूकता अभियान संचालित करने के साथ ही साथ टेस्टिंग बढ़ाने, संदिग्ध केसेज की पहचान, उनके कान्टैक्ट ट्रैसिंग आदि कार्यों के लिए टीमों का गठन तथा एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में पालीवार कार्मिकों की तैनाती कराकर इसे विधिवत् क्रियाशील रखने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए गए।
साथ ही साथ यह भी निर्देश दिए गए कि वरिष्ठ फिजिशिएन, एनेस्थेसिस्ट व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों पर तैनाती के लिए शासन एवं निदेशालय से तत्काल पत्राचार किया जाए। समीक्षा बैठक में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी से अपेक्षा की गई आक्सीजन प्लांट मरम्मत तथा कोविड चिकित्सालय में बताई गयी कमियों को ठीक कराने सम्बन्धी कार्य का व्यक्तिगत रूप से पर्यवेक्षण करना सुनिश्चित करें।
उपस्थित अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की गई कि पूर्व में कोविड. 19 की स्थिति से निपटने हेतु उनके पास पर्याप्त अनुभव है। सभी अपने दायित्वों के प्रति पूरी तरह सचेष्ट रहें, ताकि किसी सम्भावित आपदा की स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।
जिलाधिकारी द्वारा जनसामान्य से अपील की गई कि लोग कोविड.19 के प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें जिससे कि संक्रमण की प्रभावी रोकथाम हो सके। जनपद में अभी स्थिति पूरी तरह सामान्य है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, डा० अनिल मिश्र, अपर निदेशक चिकित्सा, डा० रश्मि वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।