गोंडा। सरयू नहर परियोजना चालू होने के सालभर बाद भी क्षेत्र के करीब तीन दर्जन गांवों के हजारों किसानों के गेंहू की फसल की सिंचाई को लेकर पानी नहीं मिल पा रहा है। एक्सईएन सिंचाई का धनई पट्टी नहर में पानी देने का दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। धनई पट्टी नहर में पानी चालू कराए तीन दिन बीतने के बावजूद परसागोंडरी की सीमा से नहर का पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इससे हजारों किसान प्रभावित हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत परसागोंडरी के गांव रोसीपुरवा व प्रतापबली पुरवा के पास करीब 40 साल पुराना एक एक पाइप लगाकर आनन फानन में धनई पट्टी नहर को चालू करने का भारी लापरवाही भरा प्रयास किया गया है। इससे नहर के चालू रहने पर इससे होकर लोड ट्रैक्टर ट्राली गुजरने पर दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। धनई पट्टी नहर के बहाव के वेग के मुताबिक़ यहां कम से कम एक स्थान पर तीन नया पाइप लगाया जाना चाहिए जिससे भविष्य के लिए कोई खतरा न बना रहे और ग्रामीणों का आवागमन सुचारु रूप से हो सके। सिंचाई विभाग यहां पर सालभर सरयू नहर चालू होने के बीतने के बावजूद दो पुलिया तक नहीं बना पाया है। इससे यह नहर सोनहरा से लेकर धनई पट्टी तक सूखी पड़ी हुई है और इसमें पशु चर रहे है। अनेक जगहों पर नहर में झाड़झंखाड़ उगे हुए हैं और इसकी सफाई तक नहीं कराई गई है।
इस समय क्षेत्र में गेंहू सिंचाई का पीक सीजन चल रहा है। किसान करीब सौ रुपए लीटर डीजल बाजार से खरीदकर अपना खेत सींचने को मजबूर कर दिया गया है। इस तरह से मंहगे डीजल को खरीदने की मार क्षेत्रीय किसानों को झेलनी पड़ रही है। इससे सिंचाई विभाग के इंजीनियरो की भारी लापारवाही साबित हो जा रही है। जबकि सरयू नहर परियोजना को चालू हुए साल भर से ज्यादा का समय बीत चुका है। धनई पट्टी नहर क्षेत्र के हजारों किसानों को सिंचाई विभाग गेंहू की सिंचाई का पानी नहीं उपलब्ध करा पा रहा है। इससे विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की पोल खुल जा रही है।
सरयु नहर की शाखा धनई पट्टी माइनर की लंबाई करीब 19 किलोमीटर की खोदाई पूरी की जा चुकी है। धनई पट्टी मुख्य नहर की नौ माइनर शाखाएं है इससे इसका कुल दायरा बढ़कर करीब 95 किलोमीटर का हो जाता है। एक्सईएन सिंचाई विभाग सतीश कुमार यह नहीं बता पाए कि धनई पट्टी नहर का पानी चालू होने का मेन गेट कब चालू होता है और कब बन्द होता है। मुख्य गेट सोमवार को 12 बजे तक क्यों बन्द रहा पानी नहीं चलाया जा सका है इसका वह समुचित जवाब नहीं दे पाए।