गोण्डा : भारत रत्न नानाजी को दी गई श्रद्धांजलि

गोंडा। भारत रत्न राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख की पुण्यतिथि पर स्थानीय दीनदयाल शोध संस्थान गांधी पार्क स्थित सभागार में कार्यकर्ताओं ने भावभरा श्रद्धा सुमन अर्पित किया। दीनदयाल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं जन शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में जन शिक्षण संस्थान के निदेशक जयदीप ढोढ़ियाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न नाना जी ने स्वावलंबन, शिक्षा ,स्वास्थ्य एवं संस्कार के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया। नानाजी देशमुख ने गोरखपुर में पहले सरस्वती विद्या मंदिर की स्थापना की थी जिसकी आज देश भर में 30000 से ज्यादा शाखाएं हैं। जिसमें बच्चों को संस्कार के साथ शिक्षित बनाने का कार्य किया जा रहा है। दीनदयाल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य हनुमंत लाल पांडे ने कहा कि नाना जी ने दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना युवाओं को स्वावलंबी, स्वस्थ व संस्कारवान बनाने के लिए किया था।

संस्थान द्वारा देश भर में युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कई प्रकार के प्रशिक्षण चलकर हुनरमंद बनाने के पश्चात स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। नाना जी द्वारा चित्रकूट में ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ गांव ,ग्रामीण के उत्थान के लिए क्रांतिकारी कार्य किया गया ।मैं अपने लिए नहीं अपनों के लिए हूं अपने वे हैं जो पीड़ित और उपेक्षित हैं, नाना जी के इस आदर्श को जमीनी आयाम देने के लिए संस्थान के कार्यकर्ता निरंतर प्रयासरत हैं। इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने नाना जी की यादों का स्मरण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया

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