गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। रेलवे स्टेशन परिसर में वीआईपी मूवमेंट, रेल मेला और आपातकालीन स्थिति में अब ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। आरपीएफ के आईजी राजाराम की मौजूदगी में ड्रोन कैमरे का ट्रायल किया गया। विशेषज्ञों ने आरपीएफ के जवानों को इसके संचालन का तरीका भी समझाया और उनसे प्रैक्टिस भी कराई।
‘अनमैंड एरियल व्हीकल’ तैयार करने वाली कंपनी आइडिया फोर्स मुंबई के पायलट फैजान हारून ने शुक्रवार की शाम 4.30 बजे से 6.30 बजे तक आरपीएफ पोस्ट के पास 200 मीटर की ऊंचाई और 200 मीटर की त्रिज्या में ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर दिखाया। इस दौरान तरंग क्रासिंग, धर्मशाला पुल, न्यू वाशिंग पिट, बौलिया रेलवे कालोनी, वर्कशाप, स्टोर, पूर्वी वाशिंग पिट, मोहद्दीपुर, महाप्रबंधक कार्यालय, सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम, स्टेडियम कालोनी आदि स्थानों पर हुए ट्रायल में गुजरने वाले रेलकर्मियों व यात्रियों की गतिविधियों को देखा गया।
इस दौरान सहायक सुरक्षा आयुक्त डॉ. श्रेयांश चिंचवाड़े, नरेंद्र कुमार(अपराध मुख्यालय), एसएल सोनकर (यात्री सुरक्षा मुख्यालय), निरीक्षक आंतरिक सतर्कता संगठन राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।
यह है खासियत
ड्रोन कैमरे में दो जीपीएस सिस्टम लगे हैं। अगर आपात स्थिति में एक कैमरा खराब हो जाता तो दूसरा कैमरा स्वतरू काम करने लगेगा। कैमरे का नाम क्यू-2 सी है। यह दिन की रोशनी के साथ ही रात में भी काम करता है।