दैनिक भास्कर की खबर का दिखा असर राजस्थान मे फंसे बहराइच के आठ प्रवासी मजदूरो की सुध तो आई जिम्मेदारो को !

..और इन प्रवासी मजदूरों की हो गई राह आसान जल्द मिलन भी होगा परिजनों से !

क़ुतुब अन्सारी
बहराइच। “हिम्मते मर्दा मद्दते खुदा”अगर इंसान मे कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो खुदा भी उसकी मदद जरूर करता है कुछ इस तरह का एक वाकया राजस्थान मे बहराइच के आधा दर्जन के ऊपर फंसे प्रवासी मजदूरों ने अपनी हिम्मत के बल पर अपने घर जाने का जब सैकड़ो किलोमीटर की बीरान सूनसान सड़को से पैदल गुजरते हुए ठानी तो अड़चनों का पहाड़ टूटता हर कदम पर दिखाई दिया बावजूद इसके इन श्रमिको ने हिम्मत नही हारी जिस पर कुदरत के खेल ने कुछ एसा करिश्मा दिखाया कि इन लोगो को घर पहुचने का रास्ता भी आसान हो गया 17 मई को दैनिक भास्कर ने इन प्रवासी मजदूरों के छलकते दर्द को “मुख्यमंत्री जी राजस्थान मे फंसे बहराइच के आठ प्रवासी मजदूरों पर भी नजरे इनायत कर ले!

“शीर्षक से जब प्रमुखता से खबर प्रकाशित की तो राजस्थान सरकार का भी दिल पसीज गया आनन फानन मे बहराइच ही नही उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के प्रवासी मजदूर जिनकी संख्या तकरीबन चालीस के करीब थी उन सभी को वहाँ के प्रशासनिक अमला ने उनके घरों पर भिजवाने का रास्ता आसान कर राजस्थान से रवाना कर दिया। बताते चले राजस्थान मे बहराइच के आठ प्रवासी मजदूरों की पीड़ा कोई सुनना ही नही चाहता जिससे वे लोग अपने घर पहुँचे एक यक्ष प्रश्न बन चुका था। जिसकी खबर “दैनिक भास्कर” को जब मिली तो खबर के जरिये लोगो की अंतरात्मा को झखझोरने पर विवश कर दिया।जयसिंहनगर राजस्थान से बहराइच उत्तर प्रदेश जाने के लिए तीन दिन से पैदल चलकर श्रीगंगानगर आये आठ प्रवासी मजदूरों को साधुवाली शेल्टर होम पहुंचाया गया था रविवार को उन्हे वहाँ से रवाना कर दिया गया। जिसमे राजस्थान के भाजयुमो नेता एडवोकेट रजत स्वामी सेफ ड्राइव सेव लाइफ संस्था के सचिव मोहन सोनी एवं दूध सप्लाई यूनियन के प्रधान सुभाष स्वामी आदि का भी काफी सराहनीय योगदान देखा गया।

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