हिमाचल प्रदेश: 22 दिन बाद मिले हिमखंड में दबे दो और जवानों के शव

  • हिमखंड में दबे सभी छह जवानों के शव बरामद होने के बाद सेना का बचाव अभियान बंद

शिमला। किन्नौर जिला के नमज्ञा गांव के डोगरी नाले के पास हिमखंड में दबे सेना के दो जवानों के पार्थिव शरीर गुरुवार को बरामद हुए। राहत व बचाव दल में लगे सेना, बीआरओ और आईटीबीपी के दल ने 22 दिन बाद कुल्लू जिले के निरमंड निवासी विदेश ठाकुर और जम्मू-कश्मीर के अर्जुन के शव निकाले। हिमखंड में दबे सभी छह जवानों के शवों को बरामद कर लिए गए हैं इसलिए सेना ने अब बचाव अभियान बंद कर दिया है।

किन्नौर के उपायुक्त गोपाल चन्द ने बताया कि विदेश ठाकुर और अर्जुन के पार्थिव शरीर गुरुवार को बर्फ के नीचे से निकाले गए। दोनों के पार्थिव शरीरों को किन्नौर के पूह स्थित सेना के कैंप में लाया जा रहा है जहां पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीरों को जवानों के पैतृक गांवों में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि हिमखंड में दबे सभी छह जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है इसलिए सेना ने बचाव अभियान बंद कर दिया है।

‌किन्नौर हिमस्खलन : 22 दिन बाद 2 और जवानों के शव मिले, सभी 6 जवान शहीद

उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी को हिमखंड गिरने से सेना के छह जवान दब गए थे जिनमें से एक जवान का पार्थिव शरीर कुछ घंटों में ही बरामद कर लिया था जबकि लापता पांच जवानों की तलाश में सेना ने युद्वस्तर पर खोज अभियान चलाया। जम्मू-कश्मीर से हिमखंड विशेषज्ञों की भी मदद ली गई थी। सैन्यकर्मियों ने हिमस्खलन के फौरन बाद से खोजी कुत्तों व अत्याधुनिक सेंसरों की मदद से राहत अभियान शुरू किया था। हिमाचल प्रदेश के ही सोलन जिले के नालागढ़ के राजेश ऋषि का पार्थिव शरीर बीते दो मार्च को और पश्चिमी बंगाल के गोविंद छत्री का पार्थिव शरीर बीते चार मार्च को घटनास्थल से बरामद हुआ था जबकि नौ मार्च को हिमाचल के कांगड़ा निवासी नितिन राणा का पार्थिव शरीर मिला था।

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