गृहमंत्री का बयान, मध्य प्रदेश कोरोना से लडऩे की बेहतर स्थिति में, चक्र तोडऩा बहुत जरूरी

भोपाल, । मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का मामला सात हजार के आंकड़े को छूने वाला है। इस बीच प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य कोरोना नियंत्रण की दिशा में लगातार बढ़ रहा है। साथ ही लॉकडाउन और जनता कफ्र्यू की वजह से मध्य प्रदेश कोरोना से लडऩे की बेहतर स्थिति में है। साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य में कोरोना का चक्र तोडऩा बहुत जरूरी है।

स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार देर शाम अपने निवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया को संबोधित करते हुए इस बात पर संतुष्टि जताई कि मध्य प्रदेश में कोरोना के नए आंकड़ों में कमी हो रही है। उन्होंने सोमवार के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा, ‘आज 194 नए केस मिले हैं, आंकड़ा 200 के नीचे आ गया है। उन्होंने कहाकि कोरोना से सावधानी की आवश्यकता है, भयाक्रांत होने की नहीं। लॉक डाउन और जनता कफ्र्यू की वजह से मध्यप्रदेश बेहतर स्थिति में है। मध्य प्रदेश में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से तैयार है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में इस वक्त 1481 फीवर क्लीनिक खोले गए हैं। अभी तक 34753 लोग फीवर क्लीनिक पर आकर अपनी जांच करा चुके हैं। इन फीवर क्लीनिक पर 3217 पेशेंट जांच के बाद हॉस्पिटल भेजे गए।

अब तक 5 लाख से ज्यादा मजदूरों की हुई वापसी

प्रेस वार्ता के दौरान प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की जानकारी देेते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश में अब तक 5 लाख 33 हजार श्रमिक आ चुके हैं। 3 लाख 72 हजार प्रवासी मजदूरों को बसों के माध्यम से लाया गया है, जबकि 1 लाख 63 हजार प्रवासी मजदूर ट्रेन से मध्यप्रदेश पहुंचे है। उन्होंने बताया कि सोमवार को तीन ट्रेनें प्रवासी मजदूरों को लेकर मध्यप्रदेश में पहुंची। इसी प्रकार मंगलवार को भी मध्य प्रदेश में प्रवासी मजदूर चार ट्रेन से पहुंचेंगे। गृहमंत्री ने कहा कि हमने दूसरे राज्यों के लिए भी 750 बसें बॉर्डर पर लगा कर तैयार रखी है, 4 लाख 15 हजार मजदूरों को मध्य प्रदेश की एक सीमा से दूसरी सीमा तक पहुंचाने में मदद की गई है।

मध्यप्रदेश में अब तक का सबसे ज्यादा गेहूं उपार्जन हुआ

गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश में आज तक 14 लाख 93 हजार किसानों से एक करोड़ 14 लाख 98 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी की जा चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में अब तक का सबसे ज्यादा गेहूं उपार्जन हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा से यह संभव हुआ, किसानों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भरोसा जताया। मध्यप्रदेश में 96लाख 72 हजार मीट्रिक टन गेहूं गोदामों में सुरक्षित परिवहन किया जा चुका है, यह कुल खरीदी का 84 प्रतिशत है। अब मौसम परिवर्तन से भी किसानों को नुकसान नहीं होगा। उन्होंने बताया कि 11 लाख किसानों को 13 हजार 177 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

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