
भास्कर समाचार सेवा
कैंसर कई प्रकार के हैं जिनमे एक कैंसर हैं सरविक्स कैंसर ये कैसे हो जाता हैं,और क्या हैं इसकी रोकथाम के उपाय इस विषय पर जानकारी दें रही हैं डॉ. पीयूषा कुलश्रेष्ठ जोकि वरिष्ठ कंसलटेंट एवं विभागाध्यक्ष हैं रेडिएशन ऑनकॉलोजी मेट्रो हॉस्पिटल प्रीत विहार व नोएडा में डॉ. कुलश्रेष्ठ कहती हैं, कीसरविक्स कैंसर महिलाओं के गर्भाशय के मुख में होने वाला कैंसर है, यह विकासशील देशों में ज्यादा पाया जाता है| इसकी उत्पत्ति पूरे शरीर की समुचित साफ-सफाई ना रहने से होती है, बहुत हद तक हम इस कैंसर की रोकथाम कर सकते हैं| इसके लिए हमें निम्न बातें ध्यान में रखनी होंगी,
एच.पी.वी वैक्सीनेशन-
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एच.पी.वी) का संक्रमण सरविक्स में कैंसर से पहले अवस्था के घाव करता है| यह प्रीकेंसरस घाव कुछ सालों में कैंसर बन जाते हैं,एच.पी.वी संक्रमण से बचाव का वैक्सीन 9 साल की बच्चियों से 26 साल की महिलाओं में दो या तीन खुराक में लगाया जाता है| 45 साल तक महिलाएं इसे लगवा सकती है, परंतु 26 साल के बाद यह उतना प्रभावी नहीं होता है| इस को बच्चों के डॉक्टर या स्त्री रोग विशेषज्ञ से लगवा सकते हैं।

नियमित पैपस्मीयर तथा एच.पी.वी टेस्टिंग-
वैक्सीन लगाने के बाद भी 30 से 65 साल की सभी महिलाओं को पैप स्मीयर स्क्रीनिंग करानी चाहिए यह बहुत ही सरल टेस्ट होता है, इसमें एक ब्रश से सरविक्स के मुंह से सिक्रिशन लेकर माइक्रोस्कोप में जाँच की जाती हैं, कि उसमें किस तरह की कोशिकाएं हैं, या एच. पी.वी का संक्रमण तो नहीं है| डब्ल्यू.एच.ओ की गाइडलाइंस के अनुसार 30 साल से 65 साल की महिलाओं में यह टेस्ट हर 5 साल में होना चाहिए |
एच.पी.वी संक्रमण से बचाव-
इस वायरस का संक्रमण पर्सनल साफ-सफाई ना रखने से होता है। ऐसे व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाले व्यक्ति के अंदर भी एच.पी. वी का संक्रमण हो जाता है। संबंध बनाते समय हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए, यह एच.पी.वी संक्रमण के साथ-साथ अन्य बीमारियों से भी रक्षा करता है। इसके साथ ही यह जानना भी जरूरी है, कि ज्यादा व्यक्तियों से संबंध बनाने से एचपीवी वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
धूम्रपान-
धूम्रपान इस कैंसर को बढ़ावा देता है, धूम्रपान छोड़कर अन्य स्वास्थ्य लाभ भी उठाने चाहिए।
स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता-
लोगों में शरीर की स्वच्छता और एच.पी.वी संक्रमण के बारे में जागरूकता बढ़ानी चाहिए, जिससे महिलाएं अपने बच्चों का तथा खुद का टीकाकरण करवाएं धूम्रपान न करें ।
महिलाओं को डब्ल्यू.एच.ओ गाइडलाइन के मुताबिक अपनी स्क्रीनिंग व पैप टेस्ट करवाते रहना चाहिए। जो लोग खुद जागरूक हैं, उन्हें अन्य लोगों को अपने समाज में जागरूक करना चाहिए| एच.पी.वी वैक्सीनेशन तथा पेप स्मिचर स्क्रीनिंग मिलकर सर्वाइकल कैंसर को 93% तक खत्म कर सकते हैं|