
– अपराध व भ्रष्टाचार की हर शिकायत पर होगी जाँच के बाद कार्यवाही
– साक्ष्य मिलने के बाद भ्रष्टाचारी पर मुकद्दमा दर्ज कर भेजा जाएगा जेल
– जपनद में पदभार ग्रहण करते ही जनहित में जारी कर दिया था अपना निजी मोबाइल नंबर
प्रवीण पाण्डेय
मैनपुरी – जनपद में तैनात पुलिस अधीक्षक अजय कुमार द्वारा ‘‘अपराध व अपराधी तथा भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारी पर जीरो टोलरैंस की नीति‘‘ पर किये जा रहे कार्यांे से जिले का हर नागरिक उनकी सराहना करते नजर आ रहा है। ऐसे में उनके द्वारा दिये गये संदेश ने जनता के मन में खास जगह बनाने का काम किया है। उन्होने संदेश के माध्यम से जिले के नागरिकों को धन्यवाद देते हुये कहा कि जनपद मैनपुरी में पिछले करीब 10 माह से मैं कार्य कर रहा हॅू। आप लोगों द्वारा जो भी सूचनाएँ, भरपूर सहयोग व ढेर सारा आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ है। जिसके कारण मैं अपने स्वयं के सिद्धांत और वर्तमान सरकार के दृढ़ संकल्प ‘‘अपराध व अपराधी तथा भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारी पर जीरो टोलरैंस की नीति‘‘ पर कार्य करने में सक्षम रहा हूँ।
साथ ही कहा कि अपराधियों व भ्रष्टाचारियों के प्रति मेरी सख्ती की वजह से निश्चित रूप से उसी प्रवृति के लोगों को को मेरा ‘सपोर्ट’ ना मिलने से अधिक पीड़ा हो रही हैं। जो कि उनके लिए स्वाभाविक भी है। ऐसे में गलत कार्य करने वालों पर सख्ती के साथ कानूनी कार्यवाही करना ही तो पुलिस का असली काम है। साथ ही कहा कि मैं अपराध करने वाले अपराधियों के लिये कभी सही नहीं हो सकता मेरे लिये अपराध करने वाला हर अपराधी समाज का दुश्मन है। मैं ऐसे दुश्मन पर कड़ी नजर रखता हूॅ और रखता रहॅूगा। जिसे बदलना मैं हरगिज न चाहूँगा।
पुलिस विभाग के भ्रष्टाचार पर बोले एसपी अजय कुमार
पुलिस विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर जब सवाल किया तो बडी ही शालीनता से जबाब दिया कि सभी जिले के पुलिस कर्मियों व आलाधिकारियों को पूर्व में सख्त से सख्त लहजे में कई बार लिखित व मौखिक तरीकों से ब्रीफ किया गया है, और कई बार स्पष्ट संदेश भी जारी किए गए हैं कि किसी भी पुलिस कर्मचारी या अधिकारी द्वारा किया गया भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। इन तमाम चेतावनियों के बाद भी, यदि पुलिस का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसके बारे में गहनता से जाँच कर ठोस सबूतों के आधार पर उसके खिलाफ अपराधियों की तरह ही कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। और हाँ, यदि भ्रष्टाचार के दौरान धन के लेन देन का कोई वीडियो संज्ञान में आता है और पहली नजर में आरोप सही लगते हैं तो संबंधित भ्रष्ट पुलिस कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत तत्काल मुकद्दमा दर्ज कर उसे जेल भेजने की कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।
इसी के साथ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने जन हित में अपना निजी मोबाइल नंबर जारी किया। साथ ही नागरिकों से अनुरोध किया कि पुलिस विभाग द्वारा किए गए भ्रष्टाचार या दुवर्््यवहार से संबंधित ऑडियो, वीडियो या लिखित शिकायत कृपया मेरे निजी मोबाइल नम्बर पर भेज सकते हैं। लिखित शिकायत पर 72 घण्टे के भीतर व विश्वसनीय वीडियो मिलने पर महज 48 घण्टे के भीतर भ्रष्टाचारी पर कार्यवाही सुनिश्चित कर दी जाएगी। मेरा कार्य नागरिकों को इंसाफ दिलाना हैं जिसके लिये मैं किसी भी हद तक जाने को तैयार हूॅ।
मैनपुरी से प्रवीण पाण्डेय की रिपोर्ट