साप्ताहिक बाजार में असामाजिक तत्वों का लगा रहता है जमावड़ा
भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। डासना में श्मशान घाट पर बृहस्पतिवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार को लेकर जहां पूर्व में हुए विवाद को लेकर पुलिस द्वारा साप्ताहिक बजार को बंद कराने का कार्य किया गया है और असामाजिक तत्व किस्म के लोगों को कड़ी चेतावनी भी दी गई थी। वही एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव द्वारा दुकानदारों को आश्वासन दिया गया है। पलिस द्वारा साप्ताहिक बाजार के दुकानदारों को पूर्व में हुए विवाद के बाद कई तरह की गाइडलाइन भी दी गई है। जिसको लेकर साप्ताहिक बाजार में दुकानदारों का पूरा बायोडाटा पुलिस के पास जमा होगा। हालांकि इसी बीच अधिवक्ता और समाजसेवी ने साप्ताहिक बाजार को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाया है कि साप्ताहिक बाजार में असामाजिक तत्व किस्म के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है और आए दिन बड़े मामले सामने आते हैं । आसपास के गांव कॉलोनी के रहने वाले कुछ असामाजिक तत्व किस्म के लोग बाजार में माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं। जिससे कि क्षेत्र का माहौल खराब होने की आशंका बन सकती है। पुलिस द्वारा साप्ताहिक बाजार को बंद कराना एक अच्छा कार्य रहा है और सभी सामाजिक लोग इसकी दिल खोलकर सराहना करते हैं। अधिवक्ता हारून अली ने जानकारी देते हुए बताया कि साप्ताहिक पेठ बाजार में आसपास के असामाजिक तत्व किस्म के लोग द्वारा क्षेत्र का माहौल खराब करने का प्रयास किया जाता है। काठ की पुलिस से लेकर श्मशान घाट तक रोड को बंद कर दिया जाता है और यही नहीं कुछ धर्म विशेष के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य भी किया जा रहा है। यानी श्मशान घाट में साप्ताहिक बाजार लगने से क्षेत्र का माहौल भी खराब होने की आशंका है। और पूर्व में कुछ असामाजिक तत्वों किस्म के लोगों द्वारा आसपास के लोगों से विवाद करने का कार्य भी किया गया। यही नहीं काठ की पुलिया के पास ई-रिक्शा और ऑटो के खड़े होने से भी माहौल खराब होता है और आए दिन विवाद सामने आते हैं। साथ ही अधिवक्ता हारून अली ने आरोप लगाया है कि साप्ताहिक बाजार में कुछ लोग अवैध रूप से उगाही भी करते हैं। जिससे शासन की मंशा के अनुरूप जीरो टोलरेंस पर कार्य करने पर भी कुछ लोग पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं। लिहाजा पुलिस प्रशासन को लगने वाले बृहस्पतिवार के साप्ताहिक बाजार पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा देना चाहिए। जिससे कि असामाजिक तत्व किस्म के लोगों पर लगाम लग सके । बहरहाल साप्ताहिक बाजार में कुछ असामाजिक तत्वों किस्म के लोगों द्वारा महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़छाड़ के मामले में सामने आते हैं और वह लोक लाज की वजह से शिकायत दर्ज नहीं करा पाते। अगर साप्ताहिक बाजार लगता है तो क्षेत्र का माहौल खराब होने की आशंका बन सकती है। इसलिए जिला प्रशासन से आग्रह है कि साप्ताहिक बाजार पर लगी पाबंदी को पूर्ण रूप से जारी रखें।