
भास्कर समाचार सेवा
रोहतक / आदमपुर इनेलो के युवा नेता अर्जुन चौटाला और राष्ट्रीय जनलोक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर सिंह राणा ने सोमवार को इनेलो प्रत्याशी कुरड़ा राम नंबरदार के पक्ष में प्रचार किया। उन्होंने गांव बीड़ बबरान, न्योली खुर्द, ठसका, चीकनवास, फ्रांसी, खासा महाजन, सारंगपुर, खैरमपुर, भोडिया बिश्रोईयां, खारा बरवाला, आदमपुर मंडी, आदमपुर गांव, ढोबी, सुंडावास, तेलनवाली, किशनगढ़, कोहली और बालसमंद समेत अठारह गावों में प्रचार किया। इस दौरान सभी गावों में अर्जुन चौटाला और शेर सिंह राणा के चाय के प्रोग्राम किए गए और दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया गया।
अर्जुन चौटाला ने ग्रामवासियों को एक नवंबर (मंगलवार) को इनेलो प्रत्याशी कुरड़ा राम नंबरदार के पक्ष में बालसमंद में आयोजित विशाल रैली के लिए न्योता दिया और अपने संबोधन में मौजूद लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज इनेलो प्रत्यासी कुरड़ा राम नंबरदार आदमपुर विधान सभा चुनाव को जितने की दौड़ में सबसे आगे है इसलिए कांग्रेस और भाजपा के झूठे और भ्रामक प्रचार पर ध्यान न देकर सिर्फ किसानी की आवाज बुलंद करने वाले पूरे देश के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला, जिन्होंने किसान विरोधी तीन काले कृषि कानूनों को खत्म कराने में अहम रोल निभाया उनके , और किसानों के हाथों को मजबूत करें ताकि भविष्य में किसी भी सरकार की हिम्मत न पड़े कि वो किसानों के खिलाफ कोई कानून लागू कर सके। अर्जुन ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने जानबूझकर बाहरी प्रत्यासी जय प्रकाश, जो आप सभी बागडिय़ों को गालियां देता है, को कांगे्रस का उम्मीदवार बनाया है ताकि भाजपा को जितवा सके। जय प्रकाश भी कुलदीप बिश्रोई की तरह चुनाव खत्म होते ही पैसे इक्ट्ठे करके आदमपुर से गायब हो जाएगा।
राष्ट्रीय जनलोक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर सिंह राणा ने कहा कि इनेलो उम्मीदवार कुरड़ा राम नंबरदार आदमपुर से विधायक बनने का असली हकदार है और आदमपुर की जनता के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध है। नंबरदार ने निस्वार्थ किसानों और कमेरों की लड़ाई लड़ी है और वो सभी को विश्वास दिलाते हैं कि विधायक बनने के बाद आदमपुर के विकास के लिए जनता की विधान सभा में पुरजोर आवाज उठाएंगे। उन्होंने अपील की कि यह सही समय है जब आप सभी मिलकर आदमपुर के एक किसान पुत्र को भारी मतों से जिता कर विधान सभा भेजें। इस दौरान पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी और राष्ट्रीय संगठन सचिव श्याम सिंह राणा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।