नजीबाबाद में हो रहा था अवैध कटान, शिकायत पर वन विभाग का फ्लाइंग स्क्वाड पहुंचा, नियमानुसार कार्य करने के लिए दिए सख्त दिशा निर्देश

भास्कर समाचार सेवा
नजीबाबाद। जांच टीम आने से लकड़ी माफिया में हड़कंप मच गया और हरे भरे पेड़ों का कटान रुक गया। जांच टीम ने ठेकेदारों को नियमानुसार कार्य करने के लिए सख्त दिशा निर्देश दिए ।
ग्राम जहानाबाद में युद्ध स्तर पर हरे भरे पेड़ों का कटान चल रहा था।स्थानीय अधिकारियों द्वारा कोई भी कार्रवाई न करने के कारण पत्रकारों द्वारा उच्च अधिकारीयों को की गई शिकायत के परिणाम स्वरूप बरेली से एसडीओ एन के जोशी ,मुरादाबाद से वन क्षेत्राधिकारी संजीव जौहरी के नेतृत्व में एक फ्लाइंग स्क्वाड ने आकर मौके पर जांच की।
जांच अधिकारियों ने मौके पर 32 पेड़ कटे हुए पाए। उन्होंने ठेकेदार को सख्त हिदायत दी कि परमिट परमिशन से अधिक एक भी पेड़ न काटा जाए।
उल्लेखनीय है कि वन विभाग व पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों की मिली भगत से हरे भरे पेड़ों को काटकर माफिया अपनी जेबों को भरने में लगे हुए हैं। जिससे नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
योगी सरकार के आदेशों को बला ए ताक पर रखते हुए वन विभाग के अधिकारियों व कुछ राजस्व कर्मचारीयों के संरक्षण में जनपद में हरे भरे पेड़ों को काटने का अभियान तेजी से चला हुआ है। माफिया दिन रात एक करते हुए सैकड़ो पेड़ों पर अपनी आरी चला रहे हैं और अपनी व अधिकारियों की जेबों को भर रहे हैं। माफियाओं को न तो कानून का डर है , न समाज का डर है, न सरकार का डर है और न ही पर्यावरण की चिंता है।
सरकार के पर्यावरण संरक्षण के संदेश को धता बताते हुए लकड़ी माफिया ने नजीबाबाद तहसील के ग्राम जहानाबाद में एक हरे भरे आम के बाग में अनेकों पेड़ों पर अपना आरा चलाकर उन पेड़ों को जमींदोज कर दिया।
अनेक ग्राम वासियों ने इस संबंध में जानकारी करने पर बताया कि इस बाग में प्रतिवर्ष कुंतलों आम आते हैं। इस बाग की बहार का ठेकेदार , सभी नगर वासी लुत्फ उठाते हैं और गर्मियों में इन पेड़ों की छांव के नीचे आराम करते हैं।
इस संबंध में मौके पर मौजूद एक लकड़ी माफिया से जब इस संबंध में जानकारी करनी चाहिए तो उसने पत्रकारों से अभद्रता करते हुए कहा कि मेरे पास इन पेड़ों के कटान का परमिट है। पत्रकारों ने जब उससे उसका नाम जानना चाहा व परमिट देखना चाहा तो उसने स्पष्ट इनकार कर दिया और कहा कि तुमसे जो हो सके कर लो मैं नहीं दिखता। डीएफओ बिजनौर से इस बारे में जानकारी करने पर उन्होंने कहा कि वह इस मामले से अनभिज हैं, जबकि रेंजर महोदय ने बताया कि विभाग द्वारा कटान के लिए परमिट जारी किया गया है। जब उनसे परमिट व अन्य विभागीय कार्यवाहियों की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि मैं बाहर आया हुआ हूं कल ऑफिस में आने के बाद बताऊंगा।
जिलाधिकारी बिजनौर अंकित अग्रवाल व उप जिलाधिकारी नजीबाबाद राज बहादुर से संपर्क करने पर उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो पाया क्योंकि वह दोनों एक मीटिंग में व्यस्त थे।।

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