इमरान खान
बरेली। बीते सोमवार को लद्दाख की गलवां घाटी में चीनी सैनिकों की हिंसक वारदात में कर्नल समेत 20 जवानों के शहीद होने की घटना से गुरुवार को भी लोगों में आक्रोश दिखा।जगह -जगह पर चीन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है।
इसी क्रम में बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल यानी आईएमसी ने भी चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूका। वही इससे पहले इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा खां के आह्वान पर आईएमसी के प्रवक्ता डाक्टर नफीस और महानगर अध्य्क्ष नदीम खान के नेतृत्व में आईएमसी कार्यकर्ता नवलटी चौराहे से अयूब खान चौराहे पर पहुंचे और चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान चीन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
इस बीच चौराहे पर पहुंचकर चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग का पुतला फूंक कर अपना विरोध जताया। पुतला दहन के बाद आईएमसी के महासचिव डॉ नफीस खां ने बताया कि चीन के राष्ट्रपति द्वारा गलवान बॉर्डर पर कायराना हरकत की गई जिससे हमारे देश के जवान शहीद हुए।भारत शांति के मार्ग पर चलने वाला देश ज़रूर है ।
लेकिन अगर कोई हमारे देश की जमीन पर कब्जा करेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मांग कि सरकार चीन पर तुरंत सर्जिकल स्ट्राइक करे और शहीद हुए जवानों का बदला ले। डॉक्टर नफीस ने आगे कहा कि इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल एक -एक सिपाही भारत सरकार के साथ गलवान बॉर्डर पर अपने सर पर कफन बांध कर चीन से अपना बदला लेना चाहता।इस दौरान मो नदीम खां ने कहा कि जवानों की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। वही चीन से जो भी व्यापार हो रहा है उस पर तुरंत रोक लगाई जाए साथ ही सभी देशवासियो से अपील है कि स्वदेशी सामन को अपनाए और चीनी सामानो का बहिष्कार करे। इस मौके पर अफ़ज़ल बेग इफ्तिखार कुरैशी, हाफ़िज़ शराफत फरहान रज़ा खां, परवेज़ यार खां चौधरी रशीद खां, रिज़वान अंसारी शमशाद प्रधान नोमान रज़ा खां शाने सिद्दीकी शहज़ाद पठान नियाज़ी रहबर अंसारी रिज़वान अंसारी जावेद खां विरोध-प्रदर्शन में मौजूद रहे।