इस्लामाबाद : इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। उन्होंने 22 साल के सियासी संघर्ष के बाद यह सियासी कामयाबी हासिल की है। उनकी यह सफलता खुद इमरान के साथ-साथ पाकिस्तान की अवाम के लिए भी खास मायने रखती है, जो पीटीआई नेता की अगुवाई वाली नई सरकार के नेतृत्व में ‘नया पाकिस्तान’ की उम्मीद पाले हुए है।
इमरान के शपथ-ग्रहण समारोह का मुल्क बेसब्री से इंतजार कर रहा था। शनिवार को वह घड़ी भी आई, जब इमरान प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) पहुंचे। इमरान जब शपथ ले रहे थे तो कई ऐसे मौके आए जब वह अटक गए और राष्ट्रपति ममनून हुसैन को कुछ शब्द दोहराने पड़े।
#WATCH Islamabad: Imran Khan fumbles during his oath taking speech pic.twitter.com/cPsgsjwgnD
— ANI (@ANI) August 18, 2018
एक बार तो इमरान ने सॉरी भी बोला और फिर अपनी गलतियों पर खुद ही हंस पड़े। दरअसल, शपथ-ग्रहण के दौरान एक बार ‘कयामत’ शब्द का उन्होंने गलत उच्चारण किया और कयादत बोल दिया, जिसके बाद राष्ट्रपति ने एक बार फिर वह लाइन दोहराई। इसके बाद इमरान खुद हंस पड़े और उन्होंने सॉरी कहते हुए सही उच्चारण किया।
इमरान खान के शपथ-ग्रहण समारोह में भारत से क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए, जिसे लेकर देश में बवाल मचा हुआ है। कुछ लोगों ने पाकिस्तान से रिश्तों में तनातनी के बावजूद इस्लामाबाद जाने के सिद्धू के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
उनकी नाराजगी देश के दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंत्येष्टि वाले दिन ही सिद्धू के पाकिस्तान जाने को लेकर भी है, जिन्हें हाल-फिलहाल तक वह अपनी ‘राजनीतिक प्रेरणा’ बताते रहे।