लखनऊ में शाह ने कहा-जब किसान कर्ज और भूख से परेशान थे, तब विपक्ष कर रहा था मौज-मस्ती

गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। बगैर अखिलेश का नाम लिए शाह ने कहा- जब बाढ़ से उत्तर प्रदेश के लोग परेशान थे। किसान कर्ज और भूख से परेशान थे तब आप लोग मौज मस्ती कर रहे थे। जब लोगों के घरों में बिजली नहीं थी, पानी नहीं था।

महिलाओं को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता था। माताओं को चूल्हे फूंकने पड़ते थे। धुंआ उनके फेफड़ों तक पहुंचता था। वो बीमार होती थीं। गरीबों के सिर पर छत नहीं था, तब आपको कुछ नहीं दिखाई दिया। आज चुनाव आते ही आप नए कपड़े पहनकर आ गए। अखबारों में बयान देने लगे। लोगों से झूठा वादा करने लगे। अमित शाह आज एक दिन के यूपी दौरे पर हैं। उन्होंने लखनऊ में स्‍टेट फॉरेंसिक साइंस इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया।

शाह ने योगी की तारीफ की
गृह मंत्री ने योगी को प्रदेश का अब तक का सबसे कामयाब मुख्यमंत्री बताया। बोले, सीएम योगी ने यूपी की तस्वीर बदल दी। वापस कानून राज ला दिया। पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि तब लोग यहां आतंकित थे। आम लोगों का जीना मुश्किल था।

शाह ने और क्या कहा?

  • शाह ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जब गुजरात में मुख्यमंत्री थे तो गांधीनगर में राष्ट्रीय फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी बनाई। अब यहां योगी ने बनवाई है।
  • पश्चिमी यूपी से लोग पलायन कर रहे थे। प्रदेश दंगा ग्रस्त था। महिलाएं असुरक्षित महसूस करती थीं। भू-माफिया गरीब और सरकार की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कर रहे थे। लेकिन चार साल के शासन के बाद उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित हो चुका है।
  • भाजपा की सरकारें जातीय आधार पर नहीं चलती हैं। परिवार के आधार पर नहीं चलती हैं। हमारी सरकार समाज के सबसे आखिरी व्यक्ति के लिए काम करती है। यूपी में किसानों, गरीबों, सबके लिए काम किया है। परंपरा में मिली लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को भी सुधारा है।
  • यूरोप से बड़ी आबादी वाला यूपी आज वैक्सीनेशन में भी सबसे आगे है। यूपी अपने नागरिकों को सुरक्षा देने में भी नंबर एक है। इसी परिवर्तन के लिए जनता ने 300 से ज्यादा सीटें देकर भाजपा को सत्ता में लेकर आई थी।

योगी बोले- आज माफियाओं में डर का माहौल

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, गृहमंत्री के हाथों आज उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास हुआ है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, माफियाओं का कब्जा था। प्रदेश में 4 वर्षों के अंदर जो परिवर्तन हुआ है, वो गृहमंत्री की वजह से ही है।
  • प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वो किसी से छिपा नहीं है। उत्तर प्रदेश पुलिस अब नए सिरे से काम करती दिखाई दे रही है। प्रदेश में पेशेवर माफियाओं और गैंगेस्टरों से 1584 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। आज माफियाओं में डर का माहौल है। महिलाएं सुरक्षित हैं, नागरिक सुरक्षित हैं।

मिर्जापुर भी जाएंगे शाह
लखनऊ के बाद शाह मिर्जापुर जाएंगे। वहां वह 4 घंटे रहेंगे। इस दौरान शाह विंध्य कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे। मां विंध्यवासिनी के दर्शन भी करेंगे। शाह 288 करोड़ की 90 योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास भी करेंगे। मिर्जापुर में उनका तीन साल में यह दूसरा दौरा है। बता दें कि वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर मिर्जापुर में विंध्य कॉरिडोर की योजना बीते साल से ही योगी सरकार तैयार कर रही थी।

2000 पुलिसकर्मी रहेंगे सुरक्षा में, ड्रोन से रखी जाएगी नजर
अमित शाह और सीएम योगी के दौरे को देखते हुए मिर्जापुर में सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता की गई हैं। पुलिस के मुताबिक, 1 अगस्त को भारी वाहनों का प्रवेश मिर्जापुर में बंद रहेगा। उनके लिए वैकल्पिक रास्तों की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा में 2000 पुलिसकर्मियों को लगाया है, जबकि एटीएस के जवान और डॉग स्क्वॉयड भी जगह-जगह मौजूद है।

श्रद्धालु 4 घंटे नहीं कर सकेंगे दर्शन
दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक श्रद्धालु विंध्यवासिनी माता के दर्शन नहीं सकेंगे। सुरक्षा के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है। शाह और योगी विंध्य कॉरिडोर योजना के तहत शिलान्यास समारोह में भूमि पूजन और आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के दर्शन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान धाम जाने वाले मार्ग पर भी आवाजाही बंद रहेगी। स्थानीय लोगों को भी इस समय पर अपने घरों में ही रहने के लिए कहा गया है।

ऐसा है गृहमंत्री का प्रोटोकॉल
गृहमंत्री अमित शाह लखनऊ एयरपोर्ट से दोपहर में मिर्जापुर के लिए उड़ान भरेंगे। 2.40 पर देवरी हेलीपैड पर आएंगे। इसके बाद माता विंध्यवासिनी धाम में भूमि पूजन और मां विंध्यवासिनी का दर्शन करेंगे। इसके बाद राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में लोकार्पण और विभिन्न योजनाओं की घोषणा करेंगे। करीब 1 घंटा का समय जनसभा के लिए तय किया गया है। इसके बाद वहां 4:40 पर गोवर्धनदास बिनानी कालेज में बने हेलीपैड के लिए रवाना होंगे। जहां से वह वाराणसी बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए उड़ जाएंगे।

झालरों से सजा मंदिर, जर्मन हैंगर टेंट में होगी जनसभा
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर रंग-बिरंगी झालरों से पूरा मंदिर परिसर सजाया गया है। वहीं, जीआईसी मैदान में होने वाली जनसभा के लिए जर्मन हैंगर के दो पंडाल तैयार किए जा रहे हैं, ताकि उसमे भारी बारिश में भी 5000 लोग बैठ सके।

3 साल बाद मिर्जापुर पहुंचेंगे अमित शाह
शाह भले ही 2014 में यूपी चुनाव प्रभारी रहे थे, लेकिन तब वह मिर्जापुर नहीं पहुंच पाए थे। लेकिन उसके बावजूद उनके मैनेजमेंट से भाजपा का सहयोगी दल अपना दल (एस) से अनुप्रिया पटेल जीती थीं। शाह मिर्जापुर में 4 जुलाई 2018 को पहली बार आए थे। उस समय वह भाजपा के प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे।

क्या है विंध्य कॉरिडोर?
प्रदेश सरकार ने 30 अक्टूबर 2020 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर मिर्जापुर में विंध्य कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दी थी। इसकी कुल लागत 331 करोड़ रुपए है। इसके तहत मंदिर से लगे चार प्रमुख मार्गों का चौड़ीकरण होगा। यहां परिक्रमा पथ के लिए आसपास के 92 भवन ध्वस्त हो चुके हैं। निर्माण पूरा होने के बाद मंदिर से गंगा के दर्शन और गंगा तट से मां विंध्यवासिनी के दर्शन होंगे।

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