
भास्कर समाचार सेवा
हापुड़। धौलाना क्षेत्र के ग्राम ककराना में जमीनी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। दो पक्षों की भूमि की पैमाइश को लेकर विवाद हो बढ़ता ही जा रहा है। जमीन के कुछ को लेकर ग्रामीणों ने पैमाइश का विरोध करते हुए धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों के धरने को भारतीय किसान यूनियन ने समर्थन देते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। इसको लेकर पहले भी तहसीलदार और ग्रामीणों में नोंकझोंक हुई थी। जानकारी के अनुसार ग्राम ककराना में गाजियाबाद के एक उद्योगपति ने कुछ दिन पूर्व मसूरी गुलावठी रोड पर भूमि क्रय करते हुए उस पर कब्जा दिलाए जाने की मांग करते हुए उपजिलाधिकारी को पत्र प्रेषित किया था। इसके बाद तहसीलदार के नेतृत्व में जांच दल का गठन करते हुए उद्योगपति की भूमि की पैमाइश करवाने के निर्देश दिए। बीते बुधवार की दोपहर को तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और भूमि को चिह्नित करते हुए उस पर बुलडोजर से सीमांकन कराने लगे। दूसरे पक्ष गांव ककराना के लोगों ने पैमाइश का विरोध करते हुए कहा कि उनकी भूमि पर जाने के लिए रास्ता बंद हो जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस प्रकार के भूमि विवादों को राजस्व संहिता के अंतर्गत वाद चलाकर उनका निस्तारण किया जाता है, लेकिन तहसील प्रशासन उद्योगपति के दबाव में किसानों को खेतों पर जाने वाले रास्ते को बंद करने पर आमादा है। तहसील प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में महिला किसानों ने मौके पर ही धरना चालू कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में विवादित हिस्से को छोड़कर अन्य सभी जगह सीमांकन कराने पर समझौता हुआ। इस संबंध में उपजिलाधिकारी संतोष उपाध्याय ने बताया कि यह दो पक्षों में भूमि पैमाइश का मामला है। किसानों की समस्या का समाधान करवाया जाएगा। मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन (संघर्ष) के कार्यकर्ताओं ने बताया कि जब तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं होता अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।