
India Pakistan War : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अपने कदम तेज कर दिए हैं। भारतीय सेना ने जवाबी सैन्य कार्रवाई के तहत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू कर पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान पर एक तरफ भारतीय वायुसेना पवनेदव बनकर कहर बरपा रही है तो दूसरी तरफ अब थल सेना ने भी बॉर्डर पर मोर्चा संभाल लिया है।
वायुसेना के साथ बॉर्डर पर भी जंग शुरू
9 मई का दिन भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध के लिए बड़ा साबित हो सकता है। आज रात भारतीय सेना पाकिस्तान पर डबल अटैक करने वाली है। जम्मू-कश्मीर के एलएसी पर लगातार पाकिस्तानी फौज की गोलीबारी का जवाब देते हुए पीओके में घुसकर पाकिस्तानी चौकी को तबाह कर दिया। उधर, राजस्थान के जैसलमेर में भी पाकिस्तान ने भारत को नुकसान पहुंचाने के इरादे से आसमान में हवाई हमले करने के साथ ही रेड क्लिफ बॉर्डर पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना शेर बनकर जवाब दे रही है। इसी के साथ अब भारत सरकार ने पाकिस्तान को आर्थिक झटका देने की योजना भी तैयार कर ली है। यानी भारत पाकिस्तान को चौतरफा खदेड़ने की तैयारी बना रहा है।
पाकिस्तान पर आर्थिक हमला करेगा भारत
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की कार्यकारी बैठक होनी है, जिसमें पाकिस्तान के लिए 1.3 बिलियन डॉलर के नए क्लाइमेट रेजिलिएंस लोन और 7 बिलियन डॉलर के मौजूदा बेलआउट पैकेज की पहली समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में यह तय किया जाएगा कि पाकिस्तान ने अपने आर्थिक सुधारों को लागू किया है या नहीं। पाकिस्तान की 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था पूरी तरह IMF के कर्ज पर निर्भर है, और उसे 2023 में 7 बिलियन डॉलर का बेलआउट और मार्च 2024 में 1.3 बिलियन डॉलर का लोन मिला था।
भारत ने इस बैठक में पाकिस्तान के आर्थिक मदद की समीक्षा करने की मांग की है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान IMF से प्राप्त फंड का दुरुपयोग अपने सैन्य और खुफिया तंत्र, खासकर आईएसआई, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकवादी संगठनों को मजबूत करने में कर रहा है। इसलिए भारत अपने कार्यकारी निदेशकों के माध्यम से इस फंडिंग को रोकने का प्रयास करेगा, ताकि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले संसाधनों पर रोक लगाई जा सके।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने न केवल सैन्य कार्रवाई की बल्कि आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को घेरना शुरू कर दिया है। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित किया, व्यापार पर रोक लगाई, और अब IMF की बैठक में पाकिस्तान की आर्थिक कमर तोड़ने का प्रयास कर रहा है। यदि यह रणनीति सफल होती है, तो पाकिस्तान को तगड़ा झटका लग सकता है, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और कमजोर हो सकती है।
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