नयी दिल्ली/गंंगटोक। सिक्किम में भारत चीन सीमा पर नाथू ला दर्रे में फंसे 2500 पर्यटकों को देवदूत बनी सेना ने बचाने में सफलता हासिल की है। भारी बर्फबारी के बाद ये लोग वहां फंस गए थे। एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि 400 वाहनों में लगभग 2500 पर्यटक नाथू ला दर्रे से वापिस लौट रहे थे और इसी दौरान हुए जोरदार हिमपात में इनके वाहन रास्ते में फंंस गए।
मामले की जानकारी मिलते ही सेना ने तुुरंत राहत एवं बचाव अभियान चलाया और वहां फंसे लोगों को भोजन , गर्म कपड़े तथा दवाएं दी। इन पर्यटकों में महिलाएं , बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। सेना ने बर्फ हटाने के लिए दो जेसीबी मशीनें अौर अन्य उपकरण भी सीमा सड़क संगठन को दिए हैं ताकि सड़क पर जमी बर्फ को हटाकर यातायात बहाल किया जा सके। अधिकारी ने बताया कि जब तक सभी पर्यटक गंगटोक नहीं पहुंंच जाते तब तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहेगा।
#Relief #RescueOperation.#IndianArmy rescued more than 2500 civilians stuck in more than 400 vehicles around Nathula, Sikkim due to heavy snowfall. All were provided food, shelter & medical care last night. #AlwaysWithYou pic.twitter.com/FoaXnGNXQV
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) December 29, 2018
क्या है नाथूला दर्रा?
नाथूला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत के सिक्किम राज्य और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। यह समुद्र तल से 14,200 फीट की ऊंचाई पर है। चीनी और भारतीय सैनिक करीब 30 मीटर की दूरी पर यहाँ तैनात रहते हैं। गंगटोक में परमिट प्राप्त करने के बाद केवल भारतीय ही पास जा सकते हैं।