भास्कर समाचार सेवा
रुड़की। भारतीय किसान संघ ने बैठक कर किसानों की समस्याओं पर विचार किया। इस दौरान किसानों ने कृषि उपज के मूल्य में बाजार की दूसरी चीजों के मुताबिक बढ़ोतरी नहीं होने की बात कही। बाद में संघ की तरफ से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर कृषि उपज के लाभकारी मूल्य का कानून बनाने की मांग की गई। शेखपुरी गांव में हुई बैठक में किसानों ने संघ पदाधिकारियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। कहा कि किसानों के गन्ने, धान, गेहूं आदि का समर्थन मूल्य सरकार तय करती है। लेकिन मृल्य तय करते समय उपज पर लगने वाली किसानों की लागत का ध्यान नहीं रखा जाता है। ऐसे में कई बार तो सरकार के घोषित मूल्य से किसानों की लागत भी पूरी नहीं हो पाती है। यही वजह है कि किसान लगातार गरीब व कर्जदार होता जा रहा है। संघ के प्रदेश मंत्री कुशलपाल सिंह ने कहा कि किसानों की उपज पर लगी लागत का आकलन करने के बाद सरकार को उसमें बीस से तीस फीसदी की बढ़ोतरी कर भाव तय करना चाहिए। बताया कि संघ द्वारा दो साल से लगातार लाभकारी मूल्य का कानून बनाने की मांग सरकार से कर रहा है। बैठक के बाद एक बार फिर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर कृषि उपज के लाभकारी मूल्य का कानून बनाने की मांग की गई। बैठक में गोरख सिंह, राजपाल सिंह, राजसिंह, सुरेश कुमार, कालूराम, राजकुमार, सत्यपाल राणा, शेर सिंह, कमल, नरेंद्र सिंह, अमरजीत, रोहित, देशराज आदि किसान मौजूद रहे।