
पक्का मकान, जेनरेटर, एसी व गाड़ी वालों को नहीं मिलेगा राशन, होगी रिकवरी
नगर पालिका की 10 टीमें गुलावठी में कर रहीं जांच, 30 तक चलेगा जांच अभियान
हिमांशु गोविल/दैनिक भास्कर-
गुलावठी। गुलावठी में राशन कार्डों की जांच शुरू होने से राशन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। बीते दिनों चेयरमैन गुलावठी काले खां ने गुलावठी में फर्जी राशन कार्ड बने होने एवं अपात्रों को राशन मिलने का मामला जोरदार ढंग से उठाते हुए मामले की शिकायत शासन-प्रशासन से की थी, जिसके बाद अब प्रशासन ने गुलावठी में राशन कार्डों की जांच करानी शुरू कर दी है। प्रशासन के निर्देश पर नगर पालिका की 10 टीमें शहर के इलाकों में पहुंचकर राशन कार्डों की जांच करने में जुटी हैं। कुछ राशन कार्डधारियों के यहां पालिका की टीम पहुंचीं तो उनकी वर्तमान स्थिति देखकर पालिकाकर्मी भी दंग से रह गए। नगर पालिका की टीम अपात्रों को सूचीबद्ध कर रही हैं। 30 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान की पालिका द्वारा जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।
देश व प्रदेश सरकार ने राशन डबल इसलिए किया कि गरीब वर्ग के लोग कोरोना काल में भूखे न रहें, लेकिन डबल राशन मिलने की योजना का काफी संख्या में ऐसे लोग भी लाभ लेने लगे, जो गरीबी रेखा से ऊपर हैं अर्थात् संपन्न हैं। नगर पालिका के केके गर्ग ने बताया कि इस बार राशन कार्डधारियों की हो रही जांच में इन बिन्दुओं को भी देखा जा रहा है कि जिन लोगों का पक्का मकान है, घर में एसी लगा हुआ है, जेनरेटर है, गाड़ी है या वार्षिक आमदनी लाखों में है ऐसे लोग अगर राशन ले रहे हैं तो उनका नाम राशन कार्डधारियों की लिस्ट से हटवाकर, उनसे रिकवरी भी की जाएगी। मदन गोपाल गुप्ता, हाजी अलाउद्दीन सहित कई नपाकर्मी टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं, राशन कार्डों की जांच शुरू होने से राशन माफिया फर्जी कार्डों को बचाने की जुगत में जुट गए हैं। देखना होगा कि क्या इस बार असली पात्र राशन योजना से जुड़ पाते हैं या राशन माफिया एक बार अपने मिशन में कामयाब हो जाते हैं? चेयरमैन गुलावठी काले खां ने राशन कार्डों की जांच में जुटी टीमों से निष्पक्ष जांच कर राशन से वंचित गरीबों के नाम सूची में शामिल कराने के निर्देश दिए हैं। चेयरमैन का कहना है कि आज काफी संख्या में गरीब वर्ग के लोग राशन मिलने से वंचित हैं।