भारत में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव हर जगह मनाया जाता है. गली-नुक्कड़ और चौराहों पर राधा-कृष्ण से लेकर बहुत ही प्यारी-प्यारी मूर्तियां लगाकर उनकी झाकियां निकाली जाती है. 2 और 3 सितंबर को पड़ी जन्माष्टमी की तैयारी अभी से शुरु हो गई हैं और इसका जश्न देश भर में देखने को मिलेगा.
पैसों की तंगी तो हर किसी को होती है लेकिन अगर आपने सही तरीके से इस जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पूजा की तो आप पर उनकी विशेष कृपया जरूर बरसेगी.
जन्माष्टमी जन्मोत्सव पर पर करें 5 उपाय :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक पावन अवसर है जब आप उनकी पूजा सही ढंग से करके उन्हें खुश कर सकते हैं, बस आपकी पूजा में शामिल होने चाहिए नीचे दी हुई पांच चीजें..
1. शंख :
आमतौर पर पूजा खत्म होने पर शंख बजाया जाता है लेकिन जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप एक शंख में दूध डालकर उसका अभिषेक करना बहुत अच्छा होता है. फिर इसके बाद आप श्री लक्ष्मी और कृष्ण जी का पूजन पूरी विधि के साथ करें ऐसा करने से आपके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी और आपका परिवार में खुशहाली बनी रहेगी.
2. तुलसी :
श्रीहरि को तुलसी अतिप्रिय हैं ये बात तो हिंदू धर्म में सभी जानते हैं और अगर जन्माष्टमी के अवसर पर तैयार किये गए सभी प्रसाद सामग्री में तुलसी के पत्तों को डाल दिया जाए तो प्रसाद का स्वाद और बढ़ जाता है. इसके साथ ही जन्माष्टमी की शाम को तुलसी के पौधे पर एक लाल कपड़ा ढककर उसके सामने दीपक जलाना ना भूलें.
3. माखन मिश्री :
अक्सर हम सुनते हैं कि कान्हा को माखन खाना बहुत ज्यादा पसंद है, लेकिन अगर उस माखन में मिश्री का मिश्रण आ जाए तो बाल गापाल खुद आपके घर आ सकते हैं. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भले ही आप छप्पन भोग लगाएं लेकिन मिश्री-माखन का भोग जरूर लगाएं.
4. पीले वस्त्र और मोर पंख :
जैसा कि आप जानते होंगे कि श्रीहरि को पितांबर वस्त्र बहुत पसंद है और श्री कृष्णा तो श्रीहरि के ही अवतार थे इसलिए उन्हें भी पितांबर रंग बहुत पसंद है. अब उनकी सजावट में उनके सिर पर मोरपंख के मुकुट लग जाएं तो उनकी पूजा में चार चांद लग सकते हैं
6. फल और अनाज :
जन्माष्टमी के दिन व्रत रखना बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर आपको अपना व्रत सफल बनाना है तो गरीबों को अपनी सामर्थ के अनुसार फल और अनाज दान करना सबसे बेहतर होता है. जरूरतमंदों की मदद करना तो भगवान को भी अतिप्रिय होता है.