दुर्ग जिले के तहसील कार्यालय के पास अपनी इकलौती बेटी का सौदा करने वाली कलयुगी मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला को तहसील कार्यालय के पास ही पुलिस ने मंगलवार की शाम अपनी गिरफ्त में लिया। इस मामले में बच्ची की खरीददार किन्नर खुशबू शेख को गिरफ्तार कर पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। बताया जाता है कि बच्ची को बेचने वाली कलयुगी मां पावर हाउस के कैंप क्षेत्र में निवास करती है।
पुलिस के मुताबिक खरीद-फरोख्त का शिकार हुई मासूम की उम्र महज 5 वर्ष थी। यह सौदेबाजी तहसील कार्यालय के पास हुई थी। पीड़ित की मां संध्या वर्मा (28) ने ही अपने कलेजे के टुकड़े को बेच दिया। किन्नर खुशबू शेख ने फर्जी गोदनामा तैयार करवा कर बच्ची को अपने कब्जें में ले लिया था। इसके लिए 10 हजार रुपये बच्ची की मां को दिए थे।
महिला व बाल विकास विभाग तक शिकायत पहुंचने पर प्रशासनिक अमला हरकत में आया और पुलिस की मदद से दबिश देकर मासूम को किन्नर के कब्जे से मुक्त करा लिया। मामले में पुलिस ने मासूम की खरीद करने वाले किन्नर खुशबू के साथ बच्ची को बेचने वाली मां के खिलाफ भी अपराध पंजीबद्ध कर लिया।
इकलौती संतान थी मासूम
पुलिस की गिरफ्त में आई कलयुगी मां भिलाई पावर हाउस कैंप-1 क्षेत्र की निवासी है लेकिन उसका ठिकाना दुर्ग तहसील कार्यालय के आसपास ही रहता है। बताया जाता है कि महिला नशे की आदी है और वह संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त रहती थी। पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका पति राजेश मजदूरी का काम करता था, जिसकी कुछ दिन पहले ही मौत हो गई है। बेची गई मासूम उसकी इकलौती औलाद थी।
उरला अटल आवास में मिली थी मासूम
चाइल्ड लाइन के साथ दुर्ग के मोहन नगर पुलिस ने किन्नर खुशबू शेख के ठिकाने उरला स्थित अटल आवास में दबिश दी थी। जहां से एक कमरे में बंद मासूम को बरामद कर चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया। फिलहाल इसे मातृछाया में रखा गया है। मासूम की खरीद के आरोप में किन्नर खुशबू को 31 अगस्त को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।