कानपुर : पार्षद पति की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में प्रदर्शन

कानपुर। दवा कारोबारी के साथ भाजपा पार्षद के पति और उनके साथियें द्वारा मारपीट के मामले में पुलिस इतना दबाव में आ गयी सीधे कार्यवाही करने से बच रही है। कई मामलों में सीधे कार्यवाही करके दमखम दिखाने वाली कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की रायपुरवा पुलिस को इस मामले में अब आम लोÞगों से मदद की उम्मीद है। सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा मारपीट के मामले में आमजनमानस मदद मांगी गयी है जिसे भी इस विवाद की कोई जानकारी, वीडियो या प्रत्यक्षदर्शी हो सामने आकर पुलिस की मदद करे ताकि मामले की विवेचना हो सके लेकिन पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है।

वहीं मंगलवार को भी दवा कारोबारी के पक्ष में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन करते हुए पुलिस को घेरा। मंगलवार को  विरोध प्रदर्शन करते हुए सैकड़ो दवा व्यापारी और सिख समुदाय के लोग पुलिस कमिश्नर आॅफिस पहुंचे। दवा व्यापारियों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि जिस तरह से अमोल दीप की पिटाई की गई, उसमें उसकी एक आंख चली गई, लेकिन जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है, वह काफी नहीं है। 23 सितंबर की रात दवा व्यापारी सरदार अमोल भाटिया रायपुरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिटी क्लब होटल के पास निकल रहे थे, तभी भाजपा पार्षद के पति अंकित शुक्ला से उनकी कार ओवरटेकिंग को लेकर कहासुनी हुई।

इसके बाद पार्षद पति और अन्य लोगों के द्वारा अमोल दीप की पिटाई की गई, जिसमें उनकी एक आंख चली गई। पिटाई में अमोल दीप गंभीर रूप से घायल हुआ। उन्हें एयरलिफ्ट कराकर इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया। मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला दवा व्यापारियों से जुड़ा हुआ है। इसलिए मंगलवार को सिविल लाइन स्थित पुलिस कमिश्नर आॅफिस पर सैकड़ो सिख समुदाय और दवा व्यापारी ज्ञापन देने के लिए पहुंचे।

दवा व्यापारी हाथों में तख्तियां लिए हुए अमोल दीप को न्याय देने की मांग कर रहे थे। दवा व्यापारियों और सिख समुदाय के लोगों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। दवा व्यापारी संघ के पदाधिकारी प्रवीण बाजपेई ने बताया की एक दवा व्यापारी के साथ इस तरह की घटना होने के बाद से व्यापारी डरा हुआ है। इसके साथ ही अमोल दीप का परिवार भी डर गया है, इसलिए उसे सुरक्षा दी जाए।  

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