कानपुर : एंटीबायोटिक दवाइयों के दुष्परिणाम पर हुई चर्चा, उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रयोग

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

कानपुर। माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने अपने जूनियर और विभाग के डॉक्टर्स को एंटीबायोटिक दवाइयां के दुष्परिणाम और मरीज की दिक्कतों को मेडिकल कॉलेज के सभागार में अपने स्टाफ को  बताया ज्यादातर एंटीबायोटिक का उपयोग उत्तर प्रदेश में ही किया जाता है जो कि मरीज के लिए दूरगामी परिणाम घातक होते हैं, इसके बचाव के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया, इसके लिए  एक सप्ताह 18 से 24 नवंबर तक  जागरूकता सप्ताह  चलाया जा रहा है।

जिसके क्रम में लगभग दोपहर 1 बजे एमबीबीएस पैरा 2 के छात्रों द्वारा एंटीबायोटिक जागरूकता पोस्टर कॉम्पिटिशन आयोजित कराया जा रहा है, जिसमें प्रमुख रूप से प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला, उप प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरी, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आर के सिंह, पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉक्टर  महेन्द्र सिंह, विभागाध्यक्ष डॉक्टर वीरेन्द्र कुशवाहा, माइक्रोबायोलॉजी की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर सुरिया खान एवं कॉलेज के विभिन्न विभागों के संकाय सदस्यों, पी जी छात्रों द्वारा प्रतिभाग किया गया प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों को सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पर को पुरस्कृत किया जाएगा।

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