
कानपुर | डॉ राज शेखर मण्डलायुक्त ने गंगा बैराज मार्ग पर स्थित सरैया क्रासिंग सं. 40 सी पर निर्माणाधीन फोर लेन उपरिगामी सेतु का निरीक्षण किया और कार्य प्रगति की समीक्षा की। प्रस्तावित मार्ग परियोजना को दृष्टिगत रखते हुए मण्डलायुक्त कानपुर द्वारा रेलवे विभाग से अनुसरण कर सेतु पर मार्ग निर्माण के उपरान्त होने वाली यातायात की उत्तरोत्तर वृद्धि का आंकलन करने हेतु विशेष कमेटी का गठन किया गया, जिसकी संस्तुति के आधार पर इस रेलवे सम्पार पर 04 लेन सेतु का प्रस्ताव भी रेलवे बोर्ड द्वारा प्रेषित किया गया, फलरूवरूप उपरिगामी सेतु हेतु शासनादेश 6 जनवरी 2022 द्वारा स्वीकृति प्राप्त हुई।
शासनादेश के अनुसार इस कार्य की कुल लम्बाई 785.483 मी0 (जिसमें वायाडक्ट 405.800 मी0, आर0ई0वाल0 255.923 मी0 एवम् रेलवे भाग की लम्बाई 123.76 मी0 सम्मिलित है) पर कार्य की स्वीकृति जनवरी 2022 में प्राप्त हई, परन्तु सेतु निगम द्वारा किन्हीं कारणों से इस कार्य को फरवरी 2022 मे कार्य प्रारम्भ कर किया गया। वर्तमान मे कार्य की भौतिक प्रगति 20 प्रतिशत है। इस परियोजना में निर्माणाधीन रेलवे क्रासिंग से गंगा बैराज की तरफ नींव का कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं सबस्ट्रक्चर का कार्य प्रगति में है। उप मुख्य अभियन्ता रेलवे विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि रेलवे भाग के निर्माण हेतु टेस्ट पाइल करा लिया गया है, तथा कार्य का निविदा प्रबन्धन भी कर लिया गया है।
रेलवे भाग का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक लक्षित है। इस पर आयुक्त ने उप मुख्य अभियन्ता (उ0म0रे0) लखनऊ को परियोजना की भौतिक प्रगति एवं कार्ययोजना हेतु सेतु निगम से समन्वय बनाते हुए अधोहस्ताक्षरी को प्रेषित करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त इसी मार्ग पर उ.प्र. औधोगित विकास प्राधिकरण द्वारा ट्रान्ंस गंगा सिटी परियोजना को विकसित किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में 15 दिसम्बर 2020 को मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूपीसीडा एवं आयुक्त द्वारा बैठक मे सरैया क्रासिंग पर प्रस्तावित सेतु की लम्बाई मे वृद्धि करते हुए कानपुर शुक्लागंज, उन्नाव मार्ग को क्रास कराते हुए उपरिगामी सेतु का निर्माण कराये जाने का निर्णय लिया गया था, ताकि निकट भविष्य में इस मार्ग पर स्थित मरहला चौराहे पर लगने वाले जाम की समस्या का निराकरण हो सके।निरीक्षण के समय सेतु निगम के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया है कानपुर-उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग को क्रास कराने के दृष्टिगत उपरिगामी सेतु की लम्बाई में 277 मी0 वृद्धि होगी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 55 करोड़ आयेगी, तथा इस लागत का व्यय वहन रेलवे विभाग द्वारा नही किया जायेगा।
निरीक्षण के समय आरके हरदहा मुख्य अभियन्ता लोनिवि लखनऊ/कानपुर, संदीप चन्द्रा मुख्य महा प्रबन्धक यूपीसीडा , नरेन्द्र सिंह अपर जिलाधिकारी उन्नाव, नीरज श्रीवास्तव समन्वयक समग्र विकास उच्च स्तरीय हाई पावर कमेटी, राकेश सिंह महाप्रबन्धक उ.प्र. राज्य सेतु निगम लि, एके मित्तल उप मुख्य अभियन्ता (उ0म0रे0) लखनऊ एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।