कानपुर : दफ्तर से गायब होने के बाद भी पुलिस कर्मियों की लगती रही हाजरी

कानपुर। गुमनाम पत्र के जरिये डायल 112 में फैले भ्रष्टाचार का खुलासा होने के चंद दिनों बाद ही अभियोजन विभाग में फैले भ्रष्टाचार को लेकर अफसरों को गुमनाम पत्र भेजे गये है। यही नहीं कई मीडियाकर्मियों को भी सोशल प्लेटफार्म के जरिये भ्रष्टाचार, शोषण समेत फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है। वायरल शिकायत व अफसरों को भेजी गयी शिकायत की हमारा अखबार पुष्टि नहीं करता है। वहीं सीपी ने मामले की जांच डीसीपी मुख्यालय को सौंप दी है। वायरल व गोनपीय स्तर पर भेजे गये पत्र में अभियोजन विभाग में तैनात महिला सिपाहियों को लेकर संगीन आरोप लगाये गये है।

गुमनाम पत्र ने खोली अभियोजन विभाग में तैनात पुलिसकर्मियों के शोषण की पोल

आरोप में कहा गया कि 6 साल पूर्व एसपी अनुराग आर्य ने जिस महिला सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया था उन्हें आज तक रवाना नहीं किया गया है यही नहीं एक और महिला सिपाही जिसके खिलाफ उसी कोर्ट में मुकदमा चल रहा है उनहें ट्रान्सफर के बाद भी अभियोजन अधिकारी रवनागी नहीं कर रहे है जबिक महिला सिपाही के पति ने कई बार कोर्ट व अभियोजन अधिकारी व अफसरों को पत्र लिखे है। आरोपों की माने तो महिला सिपाहियों का शोषण के साथ ही उन्हें घूमने, कॉफी पिलाने, समेत शापिंग कराने का दबाव दिया जाता है।

इसके अलावा आरोपों में दो सिपाहियों का जिक्र किया गया जो महिला सिपाहियों की हाजरी भी लगाते है। आरोप के मुताबिक अभियोजन विभाग में तैनात कर्मचारी समय पर डयूटी नहीं आते है बिना छुटटी लिये बाहर चले जाते है उनकी हाजरी फर्जी तरह से लगायी जाती है। सबूत के तौर पर हाजरी और कुछ फोटो भी वायरल की गयी जिसमें कहा गया 23 फरवरी को सिपाही मथुरा में एक शादी में थे दो दिन बाद आये पर उनकी हाजरी पहले ही लगा दी गयी थी। अभियोजन विभाग में फैले इस कथित भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद पुलिस अफसरों के कान खड़े हो गये है।

बीपी जोगदंड पुलिस आयुक्त

कुछ माध्यम से अभियोजन कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायत आयी है मामला गंभीर है जिसे देखते हुए मामले की जांच डीसीपी मुख्यालय को सौंप दी गयी है। शिकायत करने वाले के स्थान पर समस्त पीड़ित अभियोजन कर्मचारी लिखा है कोई सामने आकर शिकायत नहीं कर रहा है फिर भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जायेगी।

तेज स्वरूप सिंह डीसीपी मुख्यालय

अभियोजन विभाग से जुड़ा एक मामला संज्ञान में आया है अफसरों के निर्देश पर मुझे जांच सौंपी गयी है। उक्त मामले में अभियोजन में तैनात पुलिसकर्मियों की हाजरी समेत महिलाओं के बयान लिये जायेंगे जांच एक दो दिन में शुरू हो जायेगी जांच होने तक अभी कुछ कहना मुशकिल है जांच के उपरांत ही असल मामला सामने आयेगा।

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