
कानपुर। हार्ट अटैक के समय पर इलाज और प्राइमरी एंजियोप्लास्टी होने से हृदय घात का खतरा कम हो जाता है। इस जांच के बाद यह भी पता चल जाता है मरीज को हार्ट अटैक कब हुआ था। डायबिटीज की वजह से हृदय रोगियों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। आधुनिक उपचार का इस्तेमाल करके मरीजों को राहत लेनी चाहिए। हृदय रोग भारत में मृत्यु का प्रमुख कारण है। बदलती जीवन शैली तम्बाकू के सेवन, धूमपान फलों एवं सब्जियों का कम प्रयोग से हृदय रोगी बढ़ रहे हैं। यह जानकारी हृदय रोग स्थान के कार्डियोलॉजिस्ट सर्जन डा. राकेश वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक विभिन्न हृदय रोगों से होने वाली मृत्यों एवं परेशानियों का सबसे बड़ा कारण है। हार्ट अटैक से दिल में खून की आपूर्ति अचानक बंद हो जाती है। समय पर हार्ट अटैक को पहचानकर उचित उपचार दिया जाए तो रोगियों को बचाया जा सकता है। हार्ट अटैक का पता चलने के बाद अगर समय पर अस्पताल मरीज पहुंच जाए तो तुरंत एंजियोग्राफी करके रुकावट वाली धमनियों को 12 घंटे के अंदर खोलने की विधि को प्राइमरी एंजियोप्लास्टी कहते हैं। हार्ट अटैक के लिए प्राइमरी एंजियोप्लास्टी सबसे अच्छा और कारगर उपचार माना जाता है।