कानपुर : रेपिस्ट बेटे को बचाने के खातिर मां ने पुलिस को किया गुमराह

कानपुर। काकादेव में हास्टल संचालक की बेटी से रेप के आरोपी किशोर को बचाने के लिये उसकी मां और कथित तौर पर चाचा ने दस्तावेजों में न सिर्फ छेड़छाड़ की बल्कि पुलिस को भी गुमराह किया था। हद तो यह हो गयीह कोर्ट में अपने लिखित बयान देने के बाद आरोपी की मां को पुलिस क्लीनचिट देने की तैयारी में है। काकादेव निवासी एक संचालक की बेटी से तेजाब मिल निवासी किशोर ने प्रेम जाल में फंसा कर अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल किया था।काकादेव थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा था। पीड़ित का आरोप है पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ने के लिये दबिशे दी तो आरोपी की मां और डीएम आफिस में तैनात चाचा ने हाजिर करने की बात कही थी लेकिन इस बीच पाक्सो में राहत दिलाले के लिये डाकघर से आरोपी की उम्र और पिता का नाम बदलवा दिया गया।

इस बीच आरोपी पकड़ा गया। कोर्ट में बयान में महिला ने कहा बेटे की उम्र 2006 की है सरकारी दस्तावेजों में यही है। लेकिन यूपीएसआईडीसी, ईपीएफ कार्यालय, व नगर निगम में जन्मप्रमाण पत्र में पैदाईस का साल 2005 है। पीड़ित के नाम पुराना आधार कार्ड और नया अपडेट अधार कार्ड भी है लेकिन पुलिस ने उसे जांच में शामिन नहीं किया। हद तो यह हो गयी आईयो ने आरोपी की मां के बयान होने के बाद उम्र के दस्तावेजों की जांच नहीं।

आरोप यहां तक है मुकदमें में नामजद आरोपी की मां को भी पुलिस क्लीनचिट देने की तैयारी में है जबकि नाबालिग बेटे के सरकारी विभागों में दस्तावेज मां ने ही लगाये है। उसी पुराने दस्तावेजों से पेंशन भी उठायी जा रही है। पुलिस के पास इस बात का जवाब नहीं है आरोपी की मां सुमन नामजद है तो उसे किस आधार पर क्लीनचिट देने की तैयारी में है। हालाकिं चार्जशीट एसीपी के यहां पड़ी जिसे लेकर पीड़्ति ने पुलिस आयुूक्त से गुहार लगायी। आरोप यह भी है डीएम आफिस में तैनात चाचा पूरे मुकदमें को प्रभावित कर रहा है। अगर डाकघर के कैमरे चेक हो जाये तो पता चलेगा कि अपराधी के अपराध की जानकारी होने के बाद किसने उसका अधारा डिटेल बदलवाने गया था।

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