कानपुर । घाटमपुर-सागर हाइवे पर छ माह में 148 सड़क हादसों में बहुत लोगों के परिवार बीरान हो चुके है। हालाकि इस हाइवे पर क्षमता से दस गुना ज्यादा वाहनों का दबाव है। हाइवे पर पुलिस ने 26 जगहों को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया है। पुलिस के मुताबिक इस वर्ष से सड़क हादसों में कमी देखी गई है, वहीं हाइवे पर डिवाइडर न होने से आए दिन होने वाले हादसों की वजह बन चुका है हाइवे पर दोनों ओर नाले बना होना हादसों की वजह बन रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा आम जानता को भुगतना पड़ रहा है।
कानपुर-सागर राष्ट्रीय राज्यमार्ग को ख़ूनी राज्यमार्ग कहा जा रहा है। यहां हाइवे पर आए दिन सड़क हादसे होते है। लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। कुछ तो अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। यहां नौबस्ता से लेकर यमुना ब्रिज तक बिधनू, घाटमपुर, सजेती, तीन थाना क्षेत्र में पड़ते है। तीनों थाना क्षेत्रों में बीते छ माह मे 148 सड़क हादसे हुए है। जिसमें 95 लोगों की मौत हुई थी। 121 लोग घायल हुए थे, जिनमें से कुछ दिव्यांग हो गए है। कुछ घायल अवस्था मे जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल मे जूझ रहे है।
पुलिस ने हाईवे पर 26 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं। घाटमपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नौबस्ता से लेकर यमुना ब्रिज तक हाइवे पर 26 जगहों को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है। इन जगहों पर पीएनसी से बात करके रेडियम कोट करवाई जा रही है, जिससे वाहन चालक इन जगहों पर सतर्कता बनाएं और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आए। इन स्पॉट पर आए दिन हादसे होते है।
कानपुर सागर मार्ग के प्रशासन द्वारा चिन्हित ब्लैक सपाट नौबस्ता से लेकर यमुना पुल तक पुलिस ने 26 जगहों को स्पॉट चिन्हित किया है। समधि पुलिया, बिनगवां, मौरंग मंडी, रमईपुर, हरबसपुर, बिधनू नहर, शम्भुहा, कठेरुआ, धरमपुर बंबा, तिलसड़ा मोड़, रिंद नदी, स्टेशन रोड, हिरनी मोड़, टेनापुर मोड़, भाठ बंबी, जगन्नाथपुर, भदरस मोड़, भीतरगांव तिराहा, घाटमपुर चौराहा, गुजेला, अज्योरी, आलियापुर, सजेती, रामपुर, बरीपाल मोड़, अनुपुर मोड़ ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है।
हाइवे पर हादसे होने की वज़ह डिवाइडर का ना होना कस्बे मे नाला बना होना कानपुर- सागर राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर डिवाइडर का न होना आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओ का मुख्य कारण बना हुआ है। यहां पर पीएनसी कस्बे मे हाइवे से सटाकर ही नाला निर्माण करा दिया है, जिससे कस्बे मे दुकान मे सामान लेने वाले लोगों को मज़बूरी मे अपनी गाड़ियों को हाइवे पर खड़ा करना पड़ता है। नतीजन यहां पर जाम के हालत बनते है और जल्दी निकलने के चक्कर मे लोग सड़क हादसे का शिकार होते है। अगर पीएनसी के द्वारा हाइवे के किनारे फुटपाथ देने के बाद नाला निर्माण कराया जाता तो लोग हाइवे के किनारे वाहन खड़ा करके सामान ले सकते थे। जिससे हाइवे खाली पड़ा रहता।
पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर एमपी वर्मा ने बताया कि टू लेन में हाइवे पर डिवाइडर का प्रावधान नहीं है। नाला निर्माण पहले हो चुका है। अगर समस्या है,तो उस पर काम कराया जायेगा। सड़क सुरक्षा के तहत लोगों को करेंगे जागरूक | घाटमपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि सड़क सुरक्षा माह के तहत पीएनसी व पुलिस मिलकर हाइवे पर अभियान चलाकर वाहन चालकों को यातयात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा। अभियान के तहत बाइक सवारो को हेलमेट पहनने आदि सुरक्षा की जानकारी दी जाएगी। ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके।
आकड़ो मे समझें हाइवे पर हुए सड़क हादसे, आपको आकड़ो मे समझाते है, कानपुर- सागर राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर हुए सड़क हादसे बीते वर्ष 2021 से लेकर अब तक हुए कुल 493 सड़क हादसे हुए है, जिनमें कुल 299 लोगों की जान गई है। वही अब तक 335 लोग घायल हुए है। – वर्ष 2021 मे हाइवे पर 170 सड़क हादसे हुए जिनमें 94 लोगों ने जान गवाई वही 90 लोग घायल हुए है। – वर्ष 2022 मे हाइवे पर 175 सड़क दुर्घटनाए हुई जिनमें 110 लोगों ने अपनी जान गवाई है, 124 लोग घायल हुए है। – वर्ष 2023 मे अब तक कुल 148 हादसे हुए जिनमें 95 लोगों की मौत हुई वही 121 लोगों घायल हुए है।