कानपुर : स्मार्ट सिटी के तहत परमट के ऐतिहासिक स्वरूप पर आयुक्त ने दौरा कर दिये निर्देश

-पार्किग व अन्य सुविधा पर नगर निगम को प्रस्ताव बनाने के दिये निर्देश

कानपुर। परमट का आनंदेश्वर मंदिर शहर का सबसे महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर में हर दिन हजारों की संख्या में तथा महा शिवरात्रि और श्रावण मास केे विशेष दिनों में लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।मंदिर प्रबंधन, जनप्रतिनिधियों और भक्तों द्वारा प्रशासन के संज्ञान में लाया गया कि मंदिर परिसर प्रवेश निकास बिंदुओं में बहुत सुधार और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं की आवश्यकता है। इस मुद्दे को पर यह देखने के लिए आयुक्त डॉ. राजशेखर, नगर आयुक्त शिवशरण्पा जीएन, एसडीएम सदर, अपार नगर आयुक्त, जीएम जल कल, नोडल अधिकारी स्मार्ट सिटी और अन्य अधिकारियों ने मंदिर स्थल का दौरा किया, और जाना कि कैसे इसका बेहतर हल निकाला जा सकता है।इस पर सभी ने क्षेत्र को एक बेहतर पार्किंग सुविधाओं की आवश्यकता है। अब तक चार पहिया और दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। इसके लिए मंदिर से सटा हुआ बीआईसी क्षेत्र का ख़ाली ग्राउंड उपयुक्त पाया गया। इसे बीआईसी (कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार) के समन्वय और सहभागिता से अच्छे पार्किंग स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है।इसमें 200 चार पहिया वाहनों की सुविधा हो सकती है।

इसके अलावा, मंदिर के पास जाने वाली सड़क के किनारे के ड्रेनेज को भी स्लैब से ड्रेनेज को कवर करने के बाद पार्किंग क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। यहां करीब 300 से 400 दोपहिया वाहन खड़े हो सकते हैं।मंदिर के पास आने वाली 500 मीटर सड़क को सौर स्ट्रीट लाइट से अच्छी तरह से प्रकाशमय किया जा सकता है।पुरुषों और महिलाओं के लिए उचित स्थान पर एक अच्छे शौचालय कॉम्प्लेक्स की आवश्यकता है। इसके लिए एक उपयुक्त स्थल की पहचान की जानी है। आयुक्त ने नगर आयुक्त को एक बड़े शौचालय ब्लॉक के लिए उचित स्थान की पहचान करने को कहा।अपशिष्ट जल का एक छोटा नाला भी गंगा नदी में गिर रहा है। यह लोगों द्वारा निर्मित अस्थायी निर्माण से आ रहा है और उनमें से कई अवैध हैं।

आयुक्त ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि वह नगर निगम, जल निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की टीम द्वारा इसकी जांच करवाएं ताकि यह अध्ययन किया जा सके कि इसे पास के सीवेज लाइन से कैसे जोड़ा जा सकता है। इस सम्बन्ध में अगले एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत को कहा, नगर निगम के शिव नारायण पार्क में भी सुधार और विकास की जरूरत है। आयुक्त ने नगर आयुक्त को इसकी जांच कर अगले एक सप्ताह में विकास प्रस्ताव पेश करने को कहा। प्रस्ताव उपयुक्त पाए जाने पर, स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत प्रस्तावित किया जाएगा।आयुक्त ने एसडीएम सदर और नगर आयुक्त को क्षेत्र का सर्वेक्षण करने और अगले दस दिनों में नगर निगम की सरकारी भूमि व भूमि पर क्षेत्र में किसी भी अवैध निर्माण के लिए नक्शे की जाँच करने के लिए भी बात कही ।

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