केरल में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने चारोतरफ तबाही मचाई हुई है। भीषण बाढ़ की वजह से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 54 हजार लोग का आसियाना छूट गया है
तिरुवनंतपुरम: केरल में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। भारी बारिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के अलग-अलग इलाकों में स्थित 58 बांधों में 24 बांधों की भंडारण क्षमता पार हो गई है। यही कारण है कि 24 बांधों के शटर खोलने पड़े हैं। एक बांध का शटर तो करीब 26 साल बाद खोला गया।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि 13 अगस्त तक राज्य में बारिश जारी रहेगी और तेज हवाएं चलती रहेंगी। राज्य में 40 नदियां उफान पर हैं जिस कारण बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा 29 हो गया है जबकि 54 हजार लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित 14 जिलों में से सात उत्तरी जिलों में थलसेना की पांच टुकड़ियां रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं।
Kerala: Death toll due to flooding and landslides following heavy and incessant rains in the state rises to 29. (File pic) pic.twitter.com/aqXKDeHDoU
— ANI (@ANI) August 11, 2018
यहीं नहीं पेरियार नदीं में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के बाद नौसेना की दक्षिणी कमांड को भी अलर्ट पर रखा गया है। राज्य में 439 बाढ़ राहत शिवर लगाए गए हैं, जिनमें लगभग 54000 लोगों को रखा गया है। हालात इतने बेकाबू हो गए कि एशिया के सबसे बड़े बांध कहे जाने वाले इडुक्की बांध के शटर 26 साल में पहली बार खोले गए।
कई जगह सड़के ध्वस्त हो जाने के कारण पर्यटक भी फंसे हैं जिन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जाने के लिए थलसेना के जवान हरसंभव मदद में लगे हुए हैं। कोच्चि में पेरियार नदी और इडुक्की में चेरुथोनी नदी की नीचे की धारा की तरफ की जगहों पर रहने वाले लोगों को तटीय इलाकों से हटने की चेतावनी जारी की गई है। थलसेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ के जवान लगातार बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।