घुटने के दर्द की छुट्टी

दिल्ली। घुटने में दर्द की समस्या बहुत आम हो गई है,  खासकर युवा वर्ग में ये समस्या ज्यादा देखी जा रही है, इसी समस्या को लेकर दैनिक भास्कर ने बीएल कपूर मैक्स हॉस्पिटल के ज्वॉइन्ट रीप्लेसमेंट सर्जन एवं विभागाध्यक्ष डॉ ईश्वर बोहरा से बातचीत की…

प्रश्न : डॉ साहब क्या कारण है, की आज युवा वर्ग में महज़ 35- 40 वर्ष की उम्र में ही घुटने में दर्द समस्या बहुत ज्यादा देखी जा रही है?

जी सही कहा आपने देखिये  हमारी लाइफ स्टाइल में चेंज होना इसका बड़ा कारण है फिज़िकल एक्टिविटी कम होना, बाहर के खाने व्  फास्ट फ़ूड इत्यादि का ज्यादा इस्तेमाल जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है, अपने काम से सम्बंधित चिंता,लम्बे समय तक काम करना धूम्रपान की आदत , इन सब के कारण बी.एम् आई बढ़ जाता है|  ये सब घुटने के ऊपर प्रेशर बनाता है, जिससे घुटने की आर्थराइटिस होनी शुरू हो जाती है ,इसी का कारण है, की समय से पहले ही ये समस्या इस उम्र में ज्यादा देखी जा रही है। 

प्रश्न :क्या शरीर का बढ़ा हुआ वजन भी इसका कारण है ? व किस तरह का व्यायाम करना फायदेमंद है ?

आपका वजन यदि बढ़ा है, तो उसे कम करे घुटने, कंधे ,कूल्हे , इन सब की एक्सरसाइज़ नियमित करे,  सही  एक्सरसाइज़ के लिए आप सोशल मिडिया व  यू ट्यूब आदि पर एक्सपर्ट द्वारा सिखाये गई एक्सरसाइज़ कर सकते है, या फिर आप फिजियोथेरैपिस्ट से मिलकर भी उसके निर्देश द्वारा ये प्रक्रिया अपना सकते है, ऐसा करने से आर्थराइटिस को बढ़ने से रोका जा सकता है, बाकी तेल की मालिश या ऑइंटमेंट ये सभी आप ऑप्शनल इस्तेमाल कर सकते है। 

प्रश्न: डॉ साहब  हर तरह के व्यायाम और दवाइयां खाने से भी घुटने में दर्द की समस्या बढ़ रही है, या यूँ कहे की ठीक नहीं हो रही है,तो उसके लिए क्या किया जाये आपकी क्या सलाह  है?

इस स्थिति में मरीज को एक घुटने रोग विशेषज्ञ से परामर्श की आवश्यकता है, जिससे की वह एक्सरे, एम.आर.आई जांच जो आपके लिए आवश्यक है, करेंगे जिससे आपकी आर्थराइटिस की स्टेज का पता चलता है|  उसी के बाद वह आपको सलाह देंगे की आपको दवाइयों, इंजेक्शन, से ही आराम हो सकता है, या आपको घुटना बदलवाने की आवश्यकता है |

प्रश्न : डॉ बोहरा आपने तो सैकड़ो घुटनों की रीप्लेसमेंट सर्जरी की  हैं, लोगो के मन में ये सवाल बहुत आता है की क्या घुटने की रिप्लेसमेंट कराने के बाद भी ये समस्या पूरी तरह से समाप्त नहीं होती या मरीज सुचारु रूप से चल- फिर नहीं पाता ये कितना सही हैं?

ये भ्रांतिया बहुत लोगो के मन में होती है, में बताना चाहता हूँ, की अगर आप पूरा स्टेटिक्स देखे तो 89 % लोगों का घुटना प्रत्यारोपण 101% सफल है, बाकी 11% संतुष्ट नहीं है, इसका मतलब ये नहीं की उनके घुटने का प्रत्यारोपण ख़राब हुआ है, उन्हें जितनी उम्मीद होती है, उतना उनको रिजल्ट नहीं मिला बल्कि पहले से स्थिति बहुत अच्छी है, हाँ कई बार  एक दो प्रतिशत हर प्रकार की सर्जरी वो फिर हृदय की हो या शरीर के किसी अन्य पार्ट की सभी  में कुछ छोटे  कॉम्प्लिकेशन हो जाते है, तो घुटने की सर्जरी में भी एक से दो  परसेंट ही कॉम्प्लिकेशन होने के चांस होते हैं। 

प्रश्न : घुटने प्रत्यारोपण के कितने समय बाद मरीज नार्मल लाइफ में वापसी कर सकता है?

देखिये चलना तो मरीज एक दो दिन में शुरू कर देता है, पर यदि नार्मल होने की बात की जाये तो एक से तीन महीने का समय लगता है,जब मरीज भूल जाता है, की मेरी सर्जरी हुई है,और वो सामान्य जीवन जीने लगता है, किसी -किसी मरीज को थोड़ा एक दो महीना ज्यादा भी लग जाता है,यदि दिनचर्या की बात करू तो मेरे ऐसे बहुत से पेसेंट है, जो ज़मीन पर चौकड़ी मार कर बैठते है,  घुटना मोड़कर बैठना ये सब सम्भव हो गया है,क्योंकि आजकल बेहतरीन तकनीक आ गई है, रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी है, हाईफ्लेक्स नी आ गए है इंप्लांट की लाइफ बहुत बढ़िया आ गई है, इसमें प्रयोग होने वाले हाई क्लास पोली आ गए है तो इसकी ये एडवांटेज है की आप चौकड़ी मार कर भी बैठ सकते हो मतलब अपने दैनिक कार्यों को बिना किसी रुकावट कर सकते हो,बहुत जायदा दौड़ने वाली एक्टिविटी ना की जाये उनसे परहेज किया जाये तो अच्छा है, और इम्प्लांट की उम्र की बात की जाये तो इसकी उम्र बहुत अच्छी हैं, लगभग 30  साल तक ये बहुत बढ़िया काम करते हैं ओर व्यक्ति इसके सहारे अपना सुचारु जीवन आराम से जीता हैं|

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

MS Dhoni बोले : मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं, मेरी फैन फॉलोइंग ही काफी है साई सुदर्शन ने जड़ा धमाका, टी-20 में बिना जीरो आउट हुए बनाए सबसे ज्यादा रन महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले