कोविड-19 ने तोड़ दी 70 वर्ष की धार्मिक परम्परा

राम लीला मंचन के साथ जलने के लिए खड़ा रावण तथा जरवल के कटी झील मे विसर्जित दुर्गा प्रतिमा व कलस तथा मौजूद पुलिस कर्मी

रामलीला मे बाल कलाकारों के संवाद सुन गदगद हो गए दर्शक

भास्कर न्यूज
जरवल/बहराइच। जरवल के हिन्दू उत्सव समिति के तत्वावधान में 70 वे दशहरा महोत्सव पर कोविड-19 का खौफ छाया रहा जिस कारण इस बार रावण के विशालकाय पुतले को फूंकने के लिए आयोजको ने मजबूर होकर मर्यादा के अन्दर रहकर समिति के अध्यक्ष सचिन गर्ग को हाइवे पर स्थित दशाहराबाग की जगह रावण के पुतले को अग्रवाल कैम्पस मे सोमवार को रात्रि दस बजे फ़ूकना पड़ा साथ ही राम लीला का मंचन भी कस्बे के कृष्णा नगर स्थित नारायण दास के मंदिर मे मर्यादा पुरुषोत्तम राम की लीला का मंचन भी किया गया जिसमें बाल कलाकारों के संवाद सुन दर्शक खास कर महिलाए अनेको बार रोती हुई दिखाई दी अंगद रावण संवाद लक्ष्मण शक्ति,राम वन गमन,कैकेयी दशरथ संवाद आदि की लीला का मंचन देखने योग्य था समिति के अध्यक्ष सचिन गर्ग के अलावा समिति के मुख्य संरक्षक प्रमोद गुप्ता,अशोक कुमार सोनी,ईश्वर चंद गुप्ता,प्रमेश अग्रवाल,दीपक गुप्ता,लवकुश गुप्ता,त्रिवेणी गुप्ता,घनश्याम चौरसिया,आदि लोगो का विशेष योगदान रहा उक्त कार्यक्रम मे विभिन्न देवी देवताओं की दिखाई गई मनमोहक झांकी भी कम आकर्षण का केन्द्र नही रही शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरवल रोड के थानाध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह व जरवल पुलिस चौकी इंचार्ज मो.अफजाल खान भारी पुलिस बल के साथ रामलीला स्थल पर मौजूद रहे।साफ सफाई के लिए निकाय प्रशासन का भी काफी अच्छा सहयोग देखा गया।

21 प्रतिमाओ के साथ सात कलश का घाघरा व कटी झील मे हुआ विसर्जन

जरवल। जरवल रोड थाना क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों मे 21 दुर्गा माँ की प्रतिमा व 7 स्थानों पर कलश की स्थापना की गई थी जिन्हे सोमवार को घाघरा व जरवल के कटी झील मे विषर्जन किया गया विषर्जन के दौरान राजस्व व पुलिस विभाग मौके पर मौजूद रहा इस बार कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान मे रखते हुए आयोजको ने बड़े ही सादगी के साथ मूर्तियों का विसर्जन किया नदी के तट पर नाव की भी प्रशासन ने व्यवस्था करवा रखी थी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें