दैनिक भास्कर ब्यूरो
सेवरही, कुशीनगर। पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर-कप्तानगंज-थावे-सीवान रेल खण्ड पर आमान परिवर्तन के दशक बाद भी लंबी दूरी मसलन दिल्ली व कोलकाता आदि महानगरों में आने जाने के लिए ट्रेनें नहीं शुरू हो सकी हैं। रेल प्रशासन द्वारा यात्री के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके अलावा जो सवारी गाड़ी चल रही थी, उन्हें ठंड व कोहरे के हवाला देकर संचलन ठप कर दिया गया है। जिसके चलते उक्त रेल खण्ड से यात्रा करने वाले यात्रियों को जहां तमाम तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वही रेल का राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। फिर भी रेल प्रशासन को न यात्रियों की और न ही राजस्व की ही परवाह नही राह गयी है।
कप्तानगंज थावे सिवान रेल खण्ड का मामला
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर – कप्तानगंज-थावे-सिवान रेल खण्ड पर आमान परिवर्तन के दशक बाद भी सवारी गाड़ियों एवं लम्बी दूरी की मेल एक्सप्रेस गाड़ियों का अकाल है। उक्त रेल खण्ड पर वर्ष 2010 तक मीटरगेज लाइन पर पांच जोड़ी सवारी गाड़िया चला करती थी। जिससे यात्री सिवान व गोरखपुर पहुँच लम्बी दूरी की गाड़ियों से आगे की यात्राओं को आसानी से पूरा करते थे।
वही रेल प्रशासन द्वारा वर्ष 2011-12 में उक्त रेल खण्ड पर मेगा ब्लाॅक के तहत आमान परिवर्तन किये जाने पर लोगों में आस जगी की जल्द ही उक्त रेल खण्ड से लम्बी दूरी की गाड़ियों के साथ समयानुसार सवारी गाड़ियों का संचलन शुरू हो सकेगा। जिससे यात्रा की सगुमता के साथ ही व्यवसाय में भी बढ़ोत्तरी होगी, लेकिन उनका इंतजार अभी खत्म होने का नाम नही ले रहा है। समय के साथ सुविधा बढ़ने के बजाय कम होती गयी है।
लंबी दूरी के नाम पर सिर्फ लखनऊ तक की ट्रेन
जिसके चलते उक्त रेल खण्ड से यात्रा करने वालें यात्रियों को तमाम तरह की दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में उक्त रेल खण्ड से गोरखपुर-सिवान के बीच 05153/05154 डीएमयू सवारी गाड़ी, छपरा कचहरी-कप्तानगंज, 05079/05080 गोरखपुर-पाटलीपुत्र वाया थावे जंक्शन एवं लम्बी दूरी के नाम पर 15113/15114 छपरा कचहरी-गोमती नगर मेल एक्सप्रेस एवं 051809/05190 थावे-कप्तानगंज सवारी गाड़ी का गाड़ियों का संचलन होता है।
वही रेल प्रशासन द्वारा चलायी गई नई सवारी गाड़ी 05036/05035 गोरखपुर-सिवान महज लगभग दो माह चलाकर ही शीत ऋतु में पड़ने वाले कोहरे का हवाला दे 02 दिसम्बर से 28 फरवरी 2023 तक के लिए बन्द कर दिया गया है। शेष चल रही अन्य गाड़ियों की समय सारिणी सुविधा जनक नही होने से यात्रियों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं। गोरखपुर से पाटलिपुत्र तक वाया थावे- मशरख होकर जाने वाली स्पेशल मेल एक्सप्रेस का लोकल स्टेशनों पर ठहराव नही होने से यात्रियों को इसका लाभ नही मिल रहा है।
दिल्ली और कोलकाता के लिए भी नहीं है ट्रेन
हैरानी की बात तो यह है कि व्यापारिक दृष्टिकोण से कप्तानगंज, पडरौना, दुदही तथा तमकुहीरोड के व्यापारियों के लिए हथुआ तथा सिवान का मार्केट अति महत्वपूर्ण होने के बावजूद भी वर्तमान में रेल संचलन की अनियमित समय सारिणी के चलते सुविधाजनक नही रह गया है। जिसके चलते व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है। व्यापारियों ने रेल प्रशासन से अपेक्षा की है कि सुबह 6 बजे गोरखपुर से वाया थावे होते हुए सिवान तक तथा सिवान से गोरखपुर तक सुबह 6 बजे से सवारी गाड़ी चलाये जाने तथा 05036/05035 सवारी गाड़ी का संचलन यथाशीघ्र पुनः शुरू कराये जाने की मांग की है। उपरोक्त रेलखंड पर रेल प्रशासन द्वारा सप्ताह में चार दिन एक ऐसी ट्रेन चलाई जा रही है,जिसमें मेल एक्सप्रेस गाड़ी 18181/18182 थावे टाटा एक्सप्रेस जो टाटा से रात्रि 9:25 से चलकर अगले दिन शाम 5:15 पर थावे पंहुचती है।
पुनः दूसरे दिन थावे से 10:10 मिनट पर टाटा के लिए रवाना होती है। उक्त रेलगाड़ी थावे स्टेशन पर लगभग 18 घण्टे खड़ी रहती हैं।व्यापारियों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि उक्त रेलगाड़ी को कप्तानगंज तक मार्ग विस्तार किया जाए। जिससे कप्तानगंज, पडरौना, तमकुहीरोड व थावे क्षेत्र के सुदूर ग्रामीण इलाकों के हजारों यात्रियों एवं व्यापारियों को इसका समुचित लाभ मिल सके तथा रेल राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सके।