लखीमपुर: फील्ड डायरेक्टर ने बाघ को रेस्क्यू हेतु तैनात टीमों सेे रेक्यू आपरेशन कर की समीक्षा

लखीमपुर खीरी: दक्षिण खीरी वन प्रभाग की मोहम्मदी रेंज के अन्तर्गत बाघ प्रभावित क्षेत्र ग्राम इमलिया, घरथनियां एवं समीपवर्ती ग्रामों का निरीक्षण ललित कुमार वर्मा, फील्ड डायरेक्टर दुधवा, लखीमपुर खीरी द्वारा किया गया। फील्ड डायरेक्टर ने बाघ को रेस्क्यू हेतु तैनात टीमों सेे रेक्यू आपरेशन कर समीक्षा की। प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू हेतु लगाये गये कैमरों और मिले पगमार्क के अनुसार बाघ इमलिया, घरथनियां के अन्तर्गत गन्ने के खेतों में विचरण कर रहा है।

बाघ की मूवमेंट सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय देखने को मिल रही है। प्रभावित क्षेत्र में वनकर्मियों द्वारा किसानों को सूर्यास्त के बाद अथवा सूर्योदय से पूर्व किसानो को खेत में न जाने का अनुरोध किया गया है। गत दिवस में हुयी बारिश के कारण पहुंच मार्ग खराब हो गये थे। कच्चे मार्ग और मेड़ों के सूखने पर ट्रैंक्यूलाइजेशन अभियान में तेजी आयी है। बाघ को रेस्क्यू करने हेतु डा0 दक्ष गंगवार, पषु चिकित्सक वनकर्मियों के साथ क्षेत्र की निरन्तर गश्त कर रहे हैं।

गोला रेंज के अन्तर्गत बाघ प्रभावित क्षेत्र बलारपुर एवं बंजरियां गोष्ठियों का आयोजन किया गया। बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों ने भाग लिया। मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम हेतु वनकर्मियों ने ग्रामवासियों के बीच वन्यजीवों के पगचिन्हों की पहचान एवं वन्यजीव के देखे जाने पर बतरने वाली सावधानियों पर विस्तृत चर्चा की।

संजय कुमार बिस्वाल, प्रभागीय वनाधिकारी दक्षिण खीरी वन प्रभाग ने बताया कि बाघ प्रभावित क्षेत्र में मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम हेतु शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। वन्यजीव के प्रति जागरूक करने एवं घटनाओं को न्यून करने के प्रयास के अन्तर्गत विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। शिक्षक बच्चों को षिक्षा देने के साथ वन्यजीवों के प्रति जागरूक करेंगें। अभियान के माध्यम से बच्चे वन्यजीवों के स्वभाव, उनकी भूमिका परिचित होंगे। साथ ही वन क्षेत्र से बाहर आने पर अपनाये जाने वाले बचाव कार्य की बारिकियों से परचित होंगे। यह अभियान जनपद के समस्त वन्यजीव प्रभावित क्षेत्र के विद्यालयों में चलाया जाएगा।

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