अमीरनगर खीरी। बलरामपुर ग्रुप की कुम्भी चीनी मिल अगले महीने चलने की तैयारी में है जिसके लिए चीनी मिल प्रबंधन समस्त तैयारियों को पूरा करने में जुटा है। उधर चीनी मिल को जोड़ने बाला मुख्य मुख्य मार्ग जर्जर हो चुका जिस तरफ न तो चीनी मिल प्रबंधन का ध्यान है और न ही शासन का। जिससे चीनी मिल को गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। गौरतलब हो कि मदरायां तालाब से गांव विश्रामपुर होते हुए चीनी मिल के निकट तक आने बाला मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। मार्ग में गढ्ढे होने के साथ पूरा मार्ग ऊबड़-खाबड़ हो चुका है।
पेराई सत्र के दौरान इसी मार्ग से दर्जनों गांवों के गन्ना किसान अपने ट्रैक्टर-ट्राली से चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति करने के लिए आते हैं। मार्ग में गढ्ढे होने के कारण किसानों की गन्ने से भरी ट्रालियां पलटने का डर बना रहता है। इस जर्जर मार्ग से किसानों के लिए चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति करना चुनौतीपूर्ण कार्य हो जाता है।
किसानों को चिंता सताती रहती है कि वह किसी हादसे का शिकार न हो जाए। किसानों का कहना है कि इस बार गांव के अधिकांश संपर्क मार्ग गड्ढों में तब्दील हैं। ऊबड़-खाबड़ हो चुके इन मार्गों से वह पहले ही परेशान हैं। चीनी मिल तो चलने की तैयारी में है लेकिन किसी ने इस जर्जर मार्ग की अभी तक सुध नहीं ली है। जबकि चीन मिल को भी इस मार्ग को ठीक करवाने के लिए पहल करनी चाहिए थी। इसका खामियाजा गन्ना किसानों को ही उठाना पड़ेगा।
क्या कहते हैं क्षेत्रीय किसान —–
चीनी मिल का नवीन पेराई सत्र अगले महीने से शुरू होने वाला है। गन्ने से भरी ट्राली में वजन अधिक होता है। मार्ग पर बिखरी बजरियों के कारण ट्रॉली का टायर फटने का भी खतरा बना रहेगा। ऐसे में गन्ने से भरी ट्रॉली सड़क पर पलटने से हादसों की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।
जसवीर सिंह, गन्ना किसान सुभाष नगर
कुम्भी चीनी मिल के नवीन पेराई सत्र के लिए चीनी मिल संचालित करने की तैयारियां चल रही है किन्तु गढ्ढा युक्त जर्जर मार्ग की ओर किसी का ध्यान अभी नहीं गया है। गांव देवरिया से अमीरनगर तक मार्ग की हालत बहुत ही जर्जर है।जर्जर हालत से किसानों को मिल में गन्ना आपूर्ति करने में परेशानी झेलनी पड़ेगी।
टीटू खां, गन्ना किसान देवरिया
गांव देवरिया से अमीरनगर व विश्रामपुर से कुंभी चीनी मिल के निकट तक मार्ग जर्जर हो चुका है । ट्रैक्टर ट्राली से गन्ना ले जाते समय अधिकतर ट्राली पलट जाने का हमेशा खतरा बना रहता हैं जिससे जान और माल दोनों का खतरा हर वक्त रहता है।
सुभाष चंद्र यादव, गन्ना किसान परसपुर
चीनी मिल का नवीन पेराई सत्र अगले महीने से शुरू होने बाला है। गन्ने से भरी ट्राली में वजन अधिक होता है। ऐसे में गन्ने से भरी ट्रॉली सड़क पर पलटने से हादसों की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। रोज मर्रा के यातायात व्यवस्था में दिक्कत आएगी मार्ग को चुस्त दुरुस्त करने की सख्त जरूरत है।
सच्चिदा नंद शुक्ला, अमीर नगर खीरी