लखीमपुर: भयंकर आंधी तूफान, वृद्धा समेत 3 की मौत और जगह जगह त्राहिमाम

लखीमपुर खीरी में पिछले लगातार कई दिनों से पारा दिन पर दिन चढ़ता जा रहा था भीषण गर्मी के बीच 30 मई की शाम लगभग 6:00 बजे मौसम ने इस कदर करवट ली की पारा खिसक कर नीचे आ गया और तापमान में अचानक काफी घटोत्तरी हुई। तापमान की कमी होने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली वही कई घरों में दुख का पहाड़ भी टूट गया। दरअसल तापमान वृद्धि होने के साथ-साथ लखीमपुर खीरी के कई क्षेत्रों में भयानक आंधी तूफान और भारी वर्षा हुई जिसके चलते जगह-जगह पेड़ टूट गए और कई जगह दीवारें भी टूट कर गिर गई जिसके नीचे दबने से कई जगह अलग-अलग क्षेत्र में मौत हो गई

आंधी तूफान में वृद्धा समेत 3 की मौत

लखीमपुर खीरी के थाना हैदराबाद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलवा में भयंकर तूफान आने के कारण कृषक विकास वर्मा पुत्र लीलावती की पक्की दीवार गिरने से उसके नीचे दब जाने से मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। जिससे समस्त ग्राम में शोक की लहर छा गई। ढकेरवा निवासी घनश्याम गिरि की कार पर पेड़ गिरने से दबकर मौत हो गई। बताया जाता है कि घनश्याम अपने परिवार के साथ पलिया से वापस अपने घर आ रहे थे। इसी दौरान कस्बा अंदेश नगर के पास अचानक उनकी कार पर पेड़ गिर गया।

पेड़ से दबने पर घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घनश्याम के साथ उनका पूरा परिवार कार में बैठा था बाकि लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। वही ग्राम विलासपुर, अलीगंज थाना गोला खीरी निवासिनी फूलमती पत्नी शिवराम उम्र करीब 75 वर्ष की तेज आधीं व तूफान आने से दीवार गिरने से दबने से मृत्यु हो गई।

रेलवे स्टेशन का बोर्ड हुआ धराशाही

तेज आंधी से लखीमपुर रेलवे स्टेशन पर शहर की पहचान बताने वाला बोर्ड भी धराशाही हो गया। इतना ही नहीं तक्षशिला गुरुकुल का सोलर पैनल व खटिया, कूलर तूफान में उड़ गए और चारपाई बिजली के खंभे पर उड़कर फस गई

जगह जगह यातायात और विद्युत आपूर्ति बाधित

तेज आंधी तूफान से लखीमपुर खीरी के छाउछ चौराहे से लीला कुआं तक करीब दो दर्जन से अधिक विशालकाय वृक्ष तारों पर गिर गए जिससे तार खंबे सहित टूट कर बीच रोड पर आ गए। इससे यातायात काफी बाधित हो गया। लखीमपुर सिकंदराबाद मार्ग पर आंधी तूफान से कई विशालकाय पेड़ रोड पर ही गिर गए जिसके चलते लगभग 3 घंटे जाम लगा रहा। लखीमपुर गोला मार्ग पूर्व मे बंद होने के चलते भारी वाहनों का आवागमन भी इसी लखीमपुर सिकंदराबाद मार्ग से हो रहा था जिसके चलते दिल्ली, शाहजहांपुर, बरेली के मुसाफिरों को अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत उठानी पड़ी।

आंधी तूफान से फसले हुई बर्बाद, लाखो का नुकसान

बांकेगंज और खंभार खेड़ा जैसे कई क्षेत्रों में किसानो के केले की फसल बर्बाद हो गई जिससे किसानों का लाखों का नुकसान हो गया किसानो ने बताया कि उनकी फसल अगले महीने ही कटने वाली थी लेकिन आंधी तूफान और भारी वर्षा उनके लिए काफी नुकसानदायक रही।

जिम्मेदारो ने अंधी तूफान से पहले किया था सचेत

बता दे जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी महेंद्र बहादुर सिंह और सूचना विभाग की तरफ से सोशल मीडिया के माध्यम से लखीमपुर खीरी में अगले 3 घंटे के लिए गरज के साथ ओले गिरने को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। कई घंटे आंधी तूफान के थमने के बाद जगह जगह अधिकारियों द्वारा बचाव कार्य किए गए। बांके, कुल्हाड़ी से काट-काट कर पेड़ों को रोड पर से हटाया गया जिससे कई घंटे बाद आवागमन शुरू हुआ। छाउछ पावर हाउस जेई आशीष कनौजिया अपनी टीम के साथ जुटे रहे और काफी मशक्कत के बाद लखीमपुर खीरी के फीडर नंबर एक और चार की सप्लाई शुरू हुई जबकि अन्य क्षेत्रों में सप्लाई बाधित रही।

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