भू माफियाओं ने दर्जनों गांव के नाले के बहाव मार्ग पर पाटी मिट्टी, नागरिकों में भारी आक्रोश


-नाले बंद होने से दर्जनों गांव में जल भराव की उड खड़ी होगी बड़ी समस्या
-सैकड़ो वर्षो से दर्जनो गांवों के बहाव का यह है मुख्य नाला
-एसडीएम की फटकार के बाद बहाव के रास्ते पर से मिट्टी हटाने पहुंची जेसीबी

गोला, गोरखपुर। गोला उपनगर समेत दर्जनों गांवों के जल निकासी व बहाव के मुख्य मार्ग पर रात के अंधेरे में मिट्टी पाट भूमाफिया नाले की जमीन पर अवैध कब्जा की साजिश रच रहे। सुबह नाला मार्ग पर मिट्टी पटी देख स्थानीय नागरिक भड़क उठे। और मामले की शिकायत तहसील प्रशासन से किया। एसडीएम राजेंद्र बहादूर की फटकार के बाद राजस्व कर्मियों ने मौके का निरीक्षण किया और रिपोर्ट उन्हे प्रेषित कर दिया। मामले में एसडीएम के तल्ख तेवर के कारण नाला मार्ग से पाटी गई मिट्टी को हटाने जेसीबी पहुंच गई।

मिली जानकारी के मुताबिक, उपनगर गोला के कौड़ीराम मार्ग पर बैष्णो नर्सिंग होम के पास बनी पुलिया से अतरौरा व बिसरां गांव होते हुए नदी तक जल निकासी का मुख्य मार्ग है। जिधर से सैकड़ो वर्षो से नाला व बरसात के पानी का आबादी व कृषि भूमि से जल निकासी होकर नदी में गिरता है। लेकिन प्रशासन की नाक के नीचे ही प्रापर्टी डिलरों एवं भू माफियाओं ने साजिश रचकर बहाव के मार्ग पर रात के अंधेरे में अवैध तरीके से मिट्टी पाटकर नाले को अवरूद्ध करने के साथ ही बहाव की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिस की। सोमवार की सुबह लोगों ने नाले के आगे बहाव मार्ग पर मिट्टी पटने के बाद अवरूद्ध हुए नाले को देख स्थानीय लोग भड़क उठे।

और पूर्व जिला पंचायत सदस्य घनानंद यादव व निवर्तमान ग्राम प्रधान तेज बहादूर चंद व श्रीकांत यादव के नेतृत्व में सैकड़ो लोगों ने प्रशासन से मिट्टी पाटे जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी गोला ने तत्काल राजस्व टीम को मौके पर भेज, मामले की जांचकर रिपार्ट मांगी। राजस्व कर्मियों ने मौके का स्थलीय व अभिलेखीय जांच कर रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को प्रेषित कर दिया। इस दौरान उनकी पूर्व जिला पंचायत सदस्य से नोकझोक भी हुई। ग्रामीणों का कहना है कि उपनगर गोला के कई मोहल्लों समेत बेवरी, चिकनियां, बनकटा, कटया, भरसड़ा, भिटी, सुअरज, नेवसा, परसिया, अतरौरा, रानीपुर व बिसरा समेत दर्जनों गांव के जल निकासी का यही मुख्य मार्ग है। सैकड़ो वर्षो से बह रहे इस नाला के अवरूद्ध होने से उपनगर समेत दर्जनों गांव में जल भराव की समस्या खड़ी होगी।

तो तहसील मुख्यालय, सीओ कार्यालय समेत सीएचसी व विद्युत उपकेंद्र भी बरसात के दिनों में महीनो जल भराव की समस्या से जूझेगा। ग्रामीणों ने जल निकासी मार्ग पर अवैध तरीके से किए गए पट्टे को तत्काल निरस्त कर जल निकासी मार्ग को सुचारू करने की मांग किया। एसडीएम के तल्ख तेवर के बाद जेसीबी से बहाव मार्ग से फिर से मिट्टी हटाया जा रहा।

किसी भी कीमत पर जल निकासी मार्ग को नही होने देंगे अवरूद्ध : घनानंद

दर्जनों गांवों के जल निकासी मार्ग पर मिट्टी पाट अवैध कब्जा किया जा रहा। मामले में ग्रामीणों की अगुवाई कर आवाज उठाने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य घनानंद यादव ने कहा कि सैकड़ो वर्षो से यह बहाव का मार्ग है। जिधर से दर्जनो गांवों के नाला व बरसात का पानी
निकलता है। सैकड़ो वर्षो से चले आ रहे बहाव के मार्ग को कब्जा करने की कुछ लोग साजिश कर रहे। लेकिन किसी भी कीमत पर जल निकासी मार्ग को अवरूद्ध नही होने दिया जाएगा। प्रशासन ने अगर इस बड़ी समस्या को लेकर लापरवाही बरती तो आंदोलन की भी चेतावनी दी।

कोट :
मामला गंभीर है। जल निकासी मार्ग को अवरूद्ध नही किया जा सकता। शिकायत मिलने के बाद तत्काल राजस्व टीम को मौके पर भेज मामले की जांचकर रिपोर्ट मांगी गई है। तत्काल वहां काम रोकने के साथ ही मिट्टी को हटाने का निर्देश दिया गया है। तथा पुलिस को भी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी

-राजेंद्र बहादुर, उपजिलाधिकारी, गोला-गोरखपुर

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