घाटमपुर-कानपुर क्षेत्र में बदलते मौसम के साथ सीएचसी में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यहां पर बीते पांच दिनों में ढाई हजार से अधिक मरीज अस्पताल पहुंचे है, जिनमें से 80 प्रतिशत मरीज जुकाम, बुखार के लक्षण वाले है, क्षेत्र में मरीज इसे वायरल फ्लू मान रहे है। वही सीएचसी में पर्चा कटवाने के लिए लोगों की लंबी लाइन देखने को मिल रही है। सीएचसी में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर आए मरीजों में ज्यादातर बच्चे और बुर्जुग है।
पांच दिनों में ढाई हजार से अधिक मरीज पहुंचे सीएचसी।
घाटमपुर नगर स्थित प० बेनी सिंह अवस्थी स्मुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते पांच दिनों से यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यहां पर बीते पांच दिनों में 2792 मरीज घाटमपुर सीएचसी पहुंचे है, जिसमें से ज्यादातर बच्चे और बूढ़े शामिल है। घाटमपुर नगर समेत आसपास क्षेत्रों में भी वायरल फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है। यहां पर हर गांव में दर्जनों लोग बीमार पड़े हुए है। सभी को खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण है। गांव में इसे लोग फ्लू वायरल मान रहे है, कुछ मरीज को गांव में ही मेडिकल स्टोर से दवा लेकर अपना इलाज कर रहे है, तो कुछ लोग प्राइवेट डॉक्टरों से अपना इलाज करवा रहे है।
ऐसे में गांव गांव झोलाछाप डॉक्टरों की चांदी हो गई है। वह घरों पर पहुंचकर लोगों का इलाज कर रहे है। वही सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी होने के चलते लोगों को समय से उपचार नही मिल पा रहा है, जिसके चलते लोग प्राइवेट डॉक्टरों का सहारा ले रहे है। कुछ गरीब तबके के लोग को झोलाछाप डॉक्टरों से अपना इलाज करवा रहे है। घाटमपुर चिकित्साधिक्षक डा कैलाश चंद्रा ने बताया कि वायरल फ्लू में मरीज को खांसी जुखाम के साथ बुखार भी आता है। जिसके लिए उन्हें मास्क का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि शरीर के सभी अंग कपड़ों से ढके होने चाहिए और लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पानी पीने की जरूरत है।