
कानपुर । कोरोना महामारी में जारी लॉकडाउन में सरकारी नौकरी करने वालों को छोड़ लगभग सभी की अर्थव्यस्था चरमरा गयी है। ऐसे में अब स्कूल वाले तीन माह की फीस भी मांगना शुरु कर दिये हैं, जिससे अभिभावक परेशान हैं। इसी को लेकर कानपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा गया है और मांग की गयी है कि आदेश जारी किया जाये कि स्कूल तीन माह की फीस नहीं लेगें।
वैश्विक महामारी बना कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पूरे देश में 24 मार्च से लॉकडाउन जारी है। इन दिनों सरकारी व प्राइवेट स्कूल बंद रहें। इसके बावजूद अब स्कूल संचालक अभिभावकों पर दबाव बनाना शुरु कर दिये हैं कि इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई करायी गयी है और फीस जमा की जाये। इसको लेकर अभिभावक परेशान हैं कि काम धाम बंद है और तीन माह की फीस कैसे एक साथ जमा की जाये।
इसी को लेकर कानपुर उद्योग मण्डल के टॉस्क फोर्स प्रभारी विनय वर्मा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा है और मांग की गयी है कि सरकार आदेश जारी करे कि स्कूल संचालक तीन माह की बच्चों की फीस माफ करें, जिससे अभिभावकों को बड़ी राहत मिल सकेगी। इसके साथ ही पत्र में कहा गया है कि पुरानी ही किताबें चलनी दी जायें। उन्होंने पत्र में लिखा कि जिनकी सरकारी नौकरी नहीं है, चाहे वह मध्यम वर्ग का हो या निम्न वर्ग सभी बमुश्किल अपने परिवार का इन दिनों भरण पोषण कर पा रहा है। ऐसे में अगर सरकार आदेश जारी करती है और बच्चों की तीन माह की फीस नहीं लगती तो ऐसा वर्ग आपका आभारी रहेगा।