ठेंगे पर शाशन के निर्देश,दफ्तरों में समय से नहीं पहुंच रहे अफसर
लोग किससे करें फरियाद,दफ्तरों में मिलते नहीं अधिकारी
भास्कर समाचार सेवा
(मथुरा)नौहझील-कस्बा नौहझील स्थित स्थानीय विकास खंड कार्यालय में तैनात अधिकारी और कर्मचारी सीएम के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन जांच ना होने की वजह से उनके हौसले बुलंद हैं,और 11 बजे तक कार्यालय में ताला लटका रहता है। जिससे यहां आने वाले फरियादियों को निराशा ही हाथ लगती है।
एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा यह निर्देश जारी किए गए हैं कि समस्त अधिकारी और कर्मचारी अपने ड्यूटी क्षेत्र में ही निवास करेंगे। यदि उनके पास सरकारी आवास नहीं है तो वह किराए का कमरा ले कर रह रहे लेकिन नौहझील विकासखंड में तैनात खंड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी तथा अन्य कर्मचारी सीएम के निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं,क्योंकि यहां 11:00 बजे तक कार्यालय में ताला लटकता रहता है।जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लेट आने का कारण पूछने पर प्रदेश प्रवक्ता से की बदतमीजी, माफी मांगने पर हुआ मामला शांत
हद तो तब हो गई जब भाकियू भानू गुट के प्रदेश प्रवक्ता अनिल शर्मा कल शुक्रवार को किसी काम से खंड विकास कार्यालय पहुंचे तो वहां खंड विकास कार्यालय से ताला लटका मिला।करीब 11 बजे कोई कर्मचारी वहां आया और ताला खोलने लगा।अनिल शर्मा ने जब लेट आने का कारण पूछा तो उसने बदतमीजी कर डाली।इस बात की सूचना मिलते ही वहां भाकियू भानू गुट के कार्यकर्ता जुटने शुरू हो गए और धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दे डाली।सूचना मिलते ही खंड विकास अधिकारी भी वहां पहुंचे और मांफी मांगते हुए आगे से ऐसी गलती न करने व समय से कार्यालय आने की बात कही गई जब जाकर मामला शांत हुआ।
इस संदर्भ में जब एसडीएम मांट इन्द्र नन्दन सिंह व खंड विकास अधिकारी रिषीपाल चौधरी से संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर उनका फोन नहीं उठा । वहीं खंड विकास कार्यालय आए लोगों का कहना है कि 12:00 बजे तक कार्यालय में कोई भी कर्मचारी व अधिकारी मौजूद नहीं रहता है,जिससे उनका कोई कार्य नहीं हो पा रहा है। इस संदर्भ में जब क्षेत्रीय लोगों से बात की गई उनका कहना था कि लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों की शिकायत कई बार उच्चाधिकारियों से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
जिससे उनके हौसले बुलंद है,सबसे मजे की बात तो यह है खंड विकास अधिकारी ही समय पर कार्यालय नहीं आते हैं,जिससे यहां तैनात कर्मचारी भी समय पर नहीं आते लोगों का यह भी कहना है यदि खंड विकास अधिकारी समय पर कार्यालय उपस्थित होने लगे तो ग्राम पंचायत अधिकारी व अन्य कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित हो जाएंगे, क्योंकि उनको डर रहेगा कि कहीं उनका वेतन न काट दिया जाए लेकिन जब खंड विकास अधिकारी ही समय पर कार्यालय नहीं आएंगे तो कैसे संभव हो कि समय पर कार्यालय ग्राम पंचायत अधिकारी व अन्य कर्मचारी आएंगे। क्षेत्रीय लोगों ने जिला अधिकारी से लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की है।