दिल्ली शराब घोटाला: डिप्टी CM मनीष सिसोदिया से पूछताछ में जुटी फिर CBI

दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया से पूछताछ शुरू हो चुकी है। वे 11 बजकर 20 मिनट पर CBI दफ्तर पहुंचे। सिसोदिया CBI दफ्तर से पहले राजघाट पहुंचे और बापू को नमन किया।

सिसोदिया पूछताछ के लिए घर से निकले तो पत्नी ने तिलक लगाया, मां ने पटका पहनाकर आशीर्वाद दिया। खुली कार में लाव लश्कर के साथ निकले, इस दौरान शहादत के गीत बज रह थे। आम रास्ते पर रैली जैसा नजारा बन गया। बोले- मेरी गिरफ्तारी की तैयारी है और मैं कुर्बानी के लिए तैयार हूं। उनकी रैली पर भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि AAP नौटंकी में जुटी है। ये जश्न-ए-भ्रष्टाचार है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा,’ सिसोदिया अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर खुली कार में नारे लगा रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि AAP ने भ्रष्टाचार का वर्ल्ड कप जीत लिया है।’

हंगामे की आशंका देखते हुए CBI दफ्तर के बाहर पुलिस बल तैनात है। सिसोदिया के घर और CBI दफ्तर के आसपास धारा 144 भी लागू है।

सिसोदिया ने 4 ट्वीट किए, लिखा- गुजरात में प्रचार से रोकना चाहते हैं

सिसोदिया ने सोमवार को कहा, “फर्जी केस बनाकर मुझे गिरफ्तार करने की तैयारी है। मुझे गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए जाना था। ये लोग गुजरात में बुरी तरह हार रहे हैं। इनका मकसद मुझे गुजरात जाने से रोकना है। मैंने गुजरात के लोगों से कहा था कि वहां भी हम बच्चों के लिए दिल्ली जैसे शानदार स्कूल बनाएंगे। ये लोग नहीं चाहते कि अच्छे स्कूल बनें। गुजरात के लोग पढ़ें और तरक्की करें। मेरे खिलाफ फर्जी केस बनाया गया है। मेरे घर रेड की, कुछ नहीं निकला। सारे बैंक लॉकर देखे, कुछ नहीं मिला। गांव जाकर सारी जांच की, कुछ नहीं मिला।”

केजरीवाल ने भगत सिंह से तुलना की, बोले- गुजरात प्रचार रुकेगा नहीं

केजरीवाल ने कहा, “मनीष के घर रेड में कुछ नहीं मिला, बैंक लॉकर में कुछ नहीं मिला। उन पर केस बिल्कुल फर्जी है। उन्हें चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाना था। उसे रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं। लेकिन चुनाव प्रचार रुकेगा नहीं। गुजरात का हर व्यक्ति आज ‘AAP’ का प्रचार कर रहा है।”

केजरीवाल ने रविवार को सिसोदिया की तुलना भगत सिंह से की। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, जेल की सलाखें और फांसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाए। ये आजादी की दूसरी लड़ाई है। कांग्रेस ने इसे शहीद भगत सिंह का अपमान बताया है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि केजरीवाल अपने भ्रष्टाचारी नेताओं को देशभक्त बताने की बजाय भगत सिंह जैसे शहीदों का अपमान कर रहें हैं। जांच में सब कुछ साफ हो चुका है शराब का लाइसेंस किसने, किसके कहने पर दिया। इसलिए CBI को सिसोदिया गिरफ्तार करना चाहिए। यह भी पता लगाना चाहिए कि यह पैसा उसने कहां खपाया।

सबसे पहले जानते हैं……..इस केस में अब तक क्या हुआ?

2020 में दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति लाने का ऐलान किया था। मई 2020 में दिल्ली सरकार विधानसभा में नई शराब नीति लेकर आई, जिसे नवंबर 2021 से लागू कर दिया गया। इसमें नियमों को ताक पर रखकर सिसोदिया के करीबियों के इशारे पर लाइसेंस बांटने का आरोप लगाया गया।

दो महीने में ED-CBI की 120 ठिकानों पर छापेमारी, 3 गिरफ्तार: शराब घोटाले में ED और CBI 19 अगस्त से अब तक देशभर में 120 अलग- अलग ठिकानों पर छापोमारी कर चुकी है। इसके अलावा 3 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें दक्षिण भारत के शराब कारोबारियों के लिए काम करने वाले अभिषेक बोइनपल्ली को हैदराबाद से 10 अक्टूबर को CBI ने अरेस्ट किया था। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 28 सितंबर को दिल्ली के शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को अरेस्ट किया था। वहीं 17 सितंबर को CBI ने AAP के संचार प्रभारी विजय नायर को गिरफ्तार किया था।
19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर की तलाशी: 19 अगस्त को शराब घोटाले में CBI ने दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के घर समेत दूसरे ठिकानों पर छापेमारी की थी। मनीष सिसोदिया पर जिन 3 धाराओं में केस दर्ज है, उनमें 2 धाराएं प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत आती हैं। CBI की FIR के मुताबिक मनीष सिसोदिया के खिलाफ IPC की धारा 120B, 477A और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन की धारा 7 के तहत केस दर्ज हुआ है।

दिल्ली की शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में छापेमारी शुरू की। यहां की 35 से ज्यादा लोकेशन पर ED की टीमें सुबह-सुबह पहुंचीं। इन राज्यों में शराब वितरकों, कंपनियों और उनसे जुड़ी संस्थाओं की तलाशी ली जा रही है। दिल्ली की शराब नीति पिछले साल 17 नवंबर को लागू की गई थी।

दिल्ली के एक्साइज स्कैम में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास समेत 7 राज्यों की 21 जगहों पर CBI ने छापेमारी की थी। छापेमारी करीब 12 घंटे तक चली। जांच एजेंसी के अफसर 19 अगस्त सुबह 8.30 बजे ही सिसोदिया के घर पहुंच गए थे।

केस से जुड़ी एक बड़ी बात सामने आई थी। दरसअल, CBI ने मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ छापे से दो दिन पहले यानी 17 अगस्त को ही FIR दर्ज कर ली थी। इसमें दावा किया गया था कि एक शराब कारोबारी ने मनीष सिसोदिया के नजदीकी को एक करोड़ रुपए दिए थे।

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