आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) को चुनाव से पहले तगड़ा झटका लगा है. बताते चले गौतमबुद्ध नगर सीट से मैदान में उतरने की तैयारी कर रहीं आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और इकलौती महिला उम्मीदवार श्वेता शर्मा समेत 8 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं।. अब आप के 21 लोकसभा प्रत्याशियों में मैदान में 13 ही बचे हैं. हालांकि 28 मार्च को नामांकन वापस लेने के बाद ही सही स्थिति पता चलेगी. श्वेता शर्मा का नामांकन तो इसलिए रद्द हो गया क्योंकि उनके नाम के लिए 10 प्रस्तावक भी नहीं मिले.ऐसे में अब एक ही बूथ में मतदान के लिए दो ईवीएम की जरूरत नहीं होगी। एक ईवीएम में 14 प्रत्याशियों के नाम हो सकते हैं।
आप ने प्रोफेसर श्वेता शर्मा को गौतमबुद्ध नगर से अपना उम्मीवार बनाया था.
मंगलवार को पर्चे की छंटनी के बाद उनका नामांकन अस्वीकार कर दिया गया. जिला निर्वाचन अधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि कानून के मुताबिक, जब भी कोई उम्मीदवार जो राष्ट्रीय पार्टी से ताल्लुक नहीं रखता है तो उसे नामांकन दर्ज कराते समय कम से कम 10 प्रस्तावकों की जरूरत होती है. लेकिन श्वेता शर्मा के पास कम प्रस्तावक थे.
श्वेता बोलीं- पर्चा रद्द होने को लेकर कोर्ट में जाऊंगी
श्वेता शर्मा ने कहा कि अब वह अदालत में जिला निर्वाचन कार्यालय के फैसले को चुनौती देंगी. श्वेता शर्मा उत्तर प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की रिश्तेदार हैं. बताते चले निर्दलीय प्रत्याशी सुनील गौतम, निर्दलीय सुभाष चंद्र गोयल, राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के इकबाल, निर्दलीय जगदीश, निर्दलीय आदेश त्यागी, भारतीय भाईचारा पार्टी के सुरेंद्र और स्वतंत्र जनता राज पार्टी के बृजेश कोरी.
आप यूपी, बिहार, ओडिशा, अंडमान से भी लड़ेगी चुनाव
आप पार्टी दिल्ली के अलावा यूपी, बिहार, ओडिशा और अंडमान से भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है. गौतमबुद्धनगर से पार्टी की उम्मीदवार घोषित की गई श्वेता शर्मा का नामांकन पत्र खारिज हो गया है. पार्टी ने सहारनपुर से योगेश दहिया, अलीगढ़ से सतीश चंद्र शर्मा, बिहार में अलीमुद्दीन अंसारी को किशनगंज, सीतामढ़ी से रघुनाथ कुमार और भागलपुर से सत्येंद्र कुमार, ओडिशा में सुंदरगढ़ सीट से बासिल एक्का और अंडमान-निकोबार से संजय मेशैक को प्रत्याशी बनाया है.
अब किसे मिल सकते हैं आम आदमी पार्टी के वोट?
‘आप’ की प्रत्याशी श्वेता शर्मा का नामांकन रद्द होने से पार्टी समर्थकों को झटका लगा है। लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी व्यापक तैयारी थी। उनका दावा है कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी के समर्थकों की संख्या लाखों में है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आप के समर्थक किस पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन करेंगे। वैसे दिल्ली में कांग्रेस-‘आप’ के संभावित गठबंधन को ध्यान में रखकर भी पार्टी अपील कर सकती है।
पिछले चुनाव में ‘आप’ को मिले थे 32,000 वोट
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद नोएडा व ग्रेटर नोएडा में आम आदमी पार्टी का जनाधार बढ़ा है। दोनों शहरों के लगभग 50 प्रतिशत लोग दिल्ली में काम करते हैं। वे रोज दिल्ली सरकार की नीतियों से भी प्रभावित होते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में गौतमबुद्ध नगर से आप के प्रत्याशी के. पी. सिंह को 32 हजार 358 वोट मिले थे। उस समय के रेकॉर्ड के अनुसार इनमें 24 हजार 105 वोट अकेले नोएडा विधानसभा से मिले थे। इससे पता चलता है कि आप का जनाधार नोएडा में कितना है।