मध्य प्रदेश से लोट लोट कर वैष्णो देवी धाम पहुंच रहे लोटन बाबा

6 माह पहले प्रारंभ की थी यात्रा, बुधवार की देर शाम को मथुरा वृंदावन पहुंचे लोटन बाबा

भास्कर समाचार सेवा

वृंदावन । आस्था कब किसके प्रति किस रूप में जग जाए और किस रंग में दिखाई दे यह कहा नहीं जा सकता। धर्म नगरी वृंदावन में भी आजकल आस्था की अनूठी तस्वीर देखने को मिल रही है और जो भी आस्था के इस नजारे को देखता है, तो पहले हैरान होता है, और फिर कह उठता है कि बिना माता रानी की कृपा के यह संभव नहीं है। मध्यप्रदेश के नर्मदा पुरम के पिपरिया तहसील के पचमढ़ी रोड नाका के देवी मंदिर के महंत गणेश गिरी महाराज उर्फ लोटन बाबा पंडा एक बार फिर सड़क पर लेटते लेटते वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले हैं। 10 नवंबर 22 से पिपरिया मध्यप्रदेश से लेटते लेटते यात्रा शुरू करने वाले लोटन बाबा 6 माह बाद का कान्हा की नगरी पहुंचे और उनका मानना है, कि अगले 6 महीने बाद वह वैष्णो देवी धाम पहुंच जायेंगे।
तपती धूप में भीषण गर्मी के बीच सड़क पर लेटते बाबा की यात्रा को देख हर कोई हैरान है। भीषण गर्मी में जब सड़क आग उगल रही होती है। तब भी बाबा ऐसे ही अपनी यात्रा को जारी रखे हुए है। आस्था के सामने न तो बाबा को कोई तकलीफ होती है, ना कोई दर्द होता है, और ना ही उन पर आग उगल रही सड़क अपना असर कर पाती है। बाबा का मनाना है कि सब माता रानी की कृपा है और माता रानी की कृपा के कारण ही वह इस तरह परिक्रमा लगा पाते है। बाबा ने बताया की वह इससे पूर्व 9 बार इसी तरह लेटते हुए मां वैष्णो देवी धाम जा चुके है। यह उनकी 10 वी यात्रा है, जो जन कल्याण और सनातन धर्म को जागृत और बचाए रखने के लिए है। लोटन बाबा पंडा बताते हैं, कि पहले वह बिजली विभाग में लाइनमैन थे, लेकिन माता रानी की एक दिन ऐसी कृपा हुई कि वह नौकरी परिवार सब छोड़कर देवी की भक्ति में डूब गए और उन्होंने मध्य प्रदेश पिपरिया में एक देवी मंदिर की स्थापना की और तभी से वह वैष्णो देवी की यात्रा इसी तरह सड़क पर लोटते लोटते पूरी करते हैं।
एक दिन में कई किलो मीटर लोटने के बाद बाबा जब परिक्रमा देते हुए अपनी यात्रा को विराम देते हैं, तब माता रानी की आरती उतारते हैं और एक बार फिर उनसे शक्ति का आशीर्वाद लेते हैं, ताकि उनकी यात्रा ऐसे ही निरंतर बनी रहे, बाबा के साथ में उनकी दो गाड़ियां साथ चल रही हैं। जिसमें एक गाड़ी आगे है, जिसमें बाबा का जरूरत का सामान रखा हुआ है ,और माता रानी की तस्वीर रखी हुई है, जो बाबा को शक्ति देती रहती है। वही एक हाथ गाड़ी बाबा के पीछे चलती है, इसमें भी माता रानी की तस्वीर रखी हुई है और एक अखंड ज्योति जलती रहती है, जो बाबा को ऊर्जा प्रदान करती है। आगे पीछे दोनों गाड़ियों के बीच में बाबा फर्राटा मारते हुए अपने प्राण को पूरा करने के लिए आगे बढ़ते हुए दिखाई देते हैं, 3 लोगों के साथ निकले बाबा की यात्रा अगले 6 माह में पूरी हो जाएगी और बाबा वैष्णो देवी मंदिर पहुंच जाएंगे। इसके बाद बाबा चार धाम की यात्रा भी इसी प्रकार करने की बात कह रहे हैं।

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