लखनऊ. पांच दिनों से मौत से जंग लड़ रहे एसपी सुरेंद्र दास ने रविवार को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में अंतिम सांस ली। सुरेंद्र दास का अंतिम संस्कार आज लखनऊ में हुआ। बलिया के मूल निवासी आइपीएस अफसर सुरेंद्र दास ने बीते मंगलवार कानपुर में आत्महत्या का प्रयास किया था। लखनऊ में उनके निवास स्थान एकता नगर में कल शाम जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पहुंचा तो लोगों की आंखों के आंसुओं की धार रुकी ही नहीं।
उनकी पत्नी रवीना जब आखिरी बार एसपी सुरेंद्र दास के पार्थिव शरीर के दर्शन करने पहुंची तो चीख चीखकर पति को वापिस बुलाने लगी। आंखों से आसुओं का सैलाब बहने लगा।\
परीजनों ने पहुंचकर उनको शांत करवाया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग लगातार आते ही रहे। आज सुबह पुलिस के आलाअधिकारी पहुंचे और घर पर अंतिम संस्कार की रीतियों के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को भैंसा कुंड रवाना किया गया। लखनऊ में भैंसा कुंड पर गोमती नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
सुरेन्द्र के परिवार के साथ है पूरा पुलिस विभाग : डीजीपी
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओमप्रकाश सिंह आईपीएस सुरेन्द्र दास के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भैंसाकुंड वैकुंठ धाम पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने एक होनहार पुलिस अधिकारी को खो दिया है। पूरा विभाग आईपीएस के परिवार के साथ है। वे जैसा चाहेंगे, हम वैसा करने के लिए तैयार हैं। कानपुर के एसपी सिटी के पद पर तैनात 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी सुरेन्द्र दास ने परिवारिक कलह में जहरीला पदार्थ खा लिया था। गंभीर हालत में उन्हें पत्नी रवीना ने इलाज के लिए रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया था। पांच दिन से जिंदगी और मौत की जंग लड़े आईपीएस सुरेन्द्र दास ने रविवार की दोपहर 12:19 मिनट पर अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर मिलते ही पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। पूरे सम्मान के साथ आईपीएस के पार्थिव शरीर को परिजन रविवार की शाम लखनऊ स्थित एकता विहार आवास पर ले आये। सोमवार को अंतिम संस्कार करने के बाद भाई नरेन्द्र ने सुरेन्द्र की मौत का कारण बहू रवीना और उसके परिवार पर लगाया है। उन्होंने कहा कि भाई को न्याय के दिलाने के लिए वह ठोस कदम उठायेंगे।