नए साल 2019 का प्रथम चन्द्र ग्रहण 21 जनवरी यानि कल लगने वाला है। 6 जनवरी को सूर्य ग्रहण लगने के बाद अब साल का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। खास कर कल लगने वाले चन्द्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओ को अपना खास कर ध्यान रखना चाहिए. वैसे तो ग्रहण का लगना एक खगोलीय घटना है, लेकिन इसका प्रभाव सभी पर पड़ता हैं।
बताते चले चन्द्र ग्रहण को सुपर ब्लड वोल्फ मून भी कहा जा रहा है। यह ग्रहण मध्य प्रशांत महासागर, उत्तरी/दक्षिणी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा, जबकि भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। लेकिन इस दिन आप कुछ उपाय सकते हैं जिससे कि आपको की गुना लाभ मिलेगा: लेकिन इस ग्रहण का भारतीय मौसम और वातावरण पर खासा असर पड़ेगा।
भारतीय समयनुसार यह ग्रहण 20 जनवरी सुबह 10 बजे से लेकर 21 जनवरी की शाम 3 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इसके बाद रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से पूर्ण चंद्रग्रहण शुरू होगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। माघ महीने के दौरान पड़ने वाले चंद्रग्रहण से देश भर में एक बार फिर से ठंड बढ़ने की उम्मीदें हैं। ग्रहण के प्रभाव के कारण 21 जनवरी से 5 फरवरी के बीच उत्तर और मध्य भारत में कई स्थानों पर बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
चंद्रग्रहण के दौरान कई सारी बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंद्रग्रहण एक अशुभ घटना है और इसकी छाया से बचने के लिए लोग ग्रहण के बाद स्नान-दान करते हैं। इससे पहले सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण 1700 साल पहले पड़ा था। वैज्ञानिक मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण के दौरान इस दौरान मनुष्य को ना तो भोजन पकाना चाहिए और ना ही उसका सेवन करना चाहिए।
ये उपाय करने से मिल सकता है लाभ
मान्यता है कि ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन आदि करने से से लाभ होता है। यदि लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो उसमें आराम मिलता है।
चंद्र देव की आराधना करना चाहिए यदि चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो ‘ऊं चंद्राय नम:’ मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा।
प्राणायाम और व्यायाम करना चाहिए, सोच को सकारात्मक रखना चाहिए।
चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद घर में शुद्धता के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान करा कर उनकी पूजा करें।
जरूरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मणों को अनाज का दान करना चाहिए।