Ankur Tyagi
महाकुंभ 2025 : सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व और विश्व प्रसिद्ध महाकुम्भ को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियां कर कर रही है। महाकुम्भ की जिम्मेदारी की कमान स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। वह नियमित रूप से महाकुम्भ की व्यवस्थाओ को परखते रहते है और महाकुम्भ नगरी प्रयागराज का भ्रमण कर आवश्यक दिशा निर्देश देते रहते है। उनकी तत्परता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते है की 1 महीने में वह पांच बार प्रयागराज का दौरा कर चुके है।
महाकुम्भ को लेकर मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश निर्गत किये :
मुख्य स्नान पर्व पर नहीं होगा वीआइपी प्रोटोकॉल – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि शाही स्नान में वीआईपी प्रोटोकॉल का पालन नही किया जायेगा। स्नान घाट समान रूप से से सबके लिए खुला रहेगा।
पुष्प वर्षा की जाएगी – प्रयागराज के दौरे में सीएम योगी ने कहा की सभी 6 मुख्य घाटों पर श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी और 12 किलोमीटर का अस्थाई घाट बनाया जायेगा।
टेंटसिटी बनी महाकुंभ की पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में नवनिर्मित टेंटो का भी निरिक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह टेंट ही महाकुंभ की पहचान है। आम आदमियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दशाश्वमेध महादेव के दर्शन कर महाकुंभ के सफल आयोजन का आशीर्वाद भी माँगा।
महाकुंभ की प्रमुख स्नानं पर्व की तिथियां
महाकुंभ का आगाज 13 जनवरी से होगा। इस बर महाकुंभ-2025 में 6 शाही स्नान पड़ रहें हैं। जो निम्न हैं…
- पहला शाही स्नान – 13 जनवरी 2025
- दूसरा शाही स्नान – 14 जनवरी 2025
- तीसरा शाही स्नान – 29 जनवरी 2025 (मौनी अमावस्या)
- चौथा शाही स्नान – 3 फरवरी 2025 (बसंत पंचमी के दिन)
- पांचवां शाही स्नान – 12 फरवरी 2025
- अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी 2025 (महाशिवरात्रि के दिन, महाकुम्भ समापन)