
5 कार्यों में गड़बड़ी पाए जाने पर निविदा व अनुबंध निरस्त
अपर मुख्य अधिकारी, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता व जेई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश
अमेठी । जिलाधिकारी अरुण कुमार द्वारा दिनांक 14 जनवरी को जिला पंचायत कार्यालय का कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत कार्यालय का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अंकुर लाठर एवं अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत रवींद्र कुमार मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने जिला पंचायत द्वारा कराए गए 5 कार्यों की पत्रावलियों का परीक्षण करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए, जिसमें 3 कार्यों के टेंडर प्रक्रिया की पत्रावलियों में अनियमितता पाई गई, जिसके फलस्वरूप जिलाधिकारी ने जिला पंचायत की 41 पत्रावलियों की जांच हेतु अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) की अध्यक्षता में त्रिस्तरीय समिति का गठन करते हुए जिला पंचायत द्वारा कराए गए कार्यों की जांच कराने के निर्देश दिए।
जांच के उपरांत समिति ने अवगत कराया कि जिला पंचायत द्वारा कुल 41 कार्यों की निविदाएं आमंत्रित की गई थी जिसके सापेक्ष कुल 40 पत्रावलियां जिला पंचायत द्वारा उपलब्ध कराई गई, समस्त 41 कार्यों का भौतिक सत्यापन, अभियंताओं की 6 टीम गठित करके कराया गया। कार्यों की भौतिक सत्यापन आख्या, अनुबंध विलेख एवं निविदा पत्रावलियों के परीक्षण में 5 कार्यों में कमियां पाई गई, जिसमें विकासखंड जामों के अंतर्गत ग्राम सभा बरेहटी में पूरे काली सड़क से पूरे सुबेधान इंटरलॉकिंग/सीसी रोड तक लेपन कार्य जिसकी अनुमानित लागत 27 लाख 25 हज़ार 922 है निविदा प्रपत्र पर अभियंता, वित्तीय परामर्शदाता, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के हस्ताक्षर नहीं है। निविदा की शर्तों एवं स्टाम्प पर ठेकेदार के हस्ताक्षर हैं।
विकासखंड मुसाफिरखाना के अंतर्गत रुदौली नंदौर काली सड़क धरौली काली सड़क तक शून्य लेपन कार्य जिसकी अनुमानित लागत 35 लाख 68 हज़ार 159 है, निविदा प्रपत्र पर मात्र अभियंता जिला पंचायत के हस्ताक्षर हैं एवं बिना अपर मुख्य अधिकारी के अनुमोदन के अभियंता द्वारा कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। अनुबंध स्टाम्प पर भी ना तो ठेकेदार के हस्ताक्षर हैं न ही अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के हस्ताक्षर है। विकासखंड जामों के अंतर्गत हेरुवा काली सड़क से रामपुर चौधरी गोरियाबाद तक शून्य से लेपन कार्य जिसकी अनुमानित लागत 49 लाख 77 हज़ार 505 है, प्रपत्र पर अभियंता, वित्तीय परामर्शदाता, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के हस्ताक्षर नहीं पाए गए। विकास खंड मुसाफिरखाना के अन्तर्गत ग्राम सभा रंजीतपुर मेन रोड से अजय नाई के घर से अशोक शर्मा के घर तक कवर्ड नाली का निर्माण कार्य जिसकी अनुमानित लागत 22 लाख 66 हज़ार 212 है, निविदा पत्रावली उपलब्ध न होने के कारण पुनः निविदा कराए जाने योग्य है।
विकासखंड गौरीगंज ग्राम सभा अन्नीबैजल-अर्जुनपुर मार्ग से रामसेवक के पुरवा तक शून्य से लेपन कार्य जिसकी अनुमानित लागत 24 लाख 21 हज़ार 569 है, भौतिक सत्यापन में स्वीकृति आगणन एवं कार्यस्थल की वास्तविक स्थिति में अंतर पाया गया, स्वीकृति आगणन में 500 मीटर लंबाई में शून्य से लेपन तक कार्य प्राविधानित है परंतु कार्यस्थल पर मार्ग की लंबाई मात्र 300 मीटर खड़ंजा से लेपन पाया गया।
जांच के उपरांत जिलाधिकारी ने उपरोक्त 5 कार्यों की निविदाएं व अनुबंध तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिए तथा अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को इन 5 कार्यों के टेंडर प्रक्रिया को फिर से नियमानुसार कराकर शेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अपर मुख्य अधिकारी को जिला पंचायत द्वारा कराए जा रहे कार्यों को नियमानुसार व गुणवत्तापूर्ण कराने के निर्देश दिए साथ ही जांच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता व जेई से स्पष्टीकरण प्राप्त कर कारवाही करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए। जिलाधिकारी की इस कार्यवाही से हड़कंप मचा हुआ है।