
-बेटे की अपंगता से परेशान होने को बताई वजह
-पुलिस के सामने जुर्म कबूला, हुई गिरफ्तार
-पुलिस को पहले से ही था करीबी पर संदेह
गोरखपुर। बेलीपार इलाके के ग्राम भीटी में डेढ़ वर्षीय अनिकेत की हत्या उसकी मां मनोरमा ने ही की थी। वह अपने दिव्यांग बेटे की परवरिश को लेकर तंग थी। उसने उसे मारने के लिए कई बार प्रयत्न किया, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी। भीटी अपने मायके में अवसर देखकर उसने अपने इकलौते पुत्र को पानी की टंकी में डालकर हत्या कर दिया और उसका आरोप अपनी दोनों बड़ी बहनों व पिता अंधन सिंह पर लगा दिया था। बेलीपार पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है।
बता दें भीटी गांव में मां के साथ ननिहाल आए अनिकेत की हत्या को लेकर पुलिस को पहले से ही संदेह था कि यह कार्य परिवार के ही सदस्य का किया हुआ है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि हत्या की किसने है। अनिकेत की मां व गगहा थाना क्षेत्र के ग्राम जगदीशपुर भलुआन निवासिनी मनोरमा पुलिस को दिये गए बयान में लगातार अपनी बातें बदल रही थी। पुलिस को उस पर थोड़ा संदेह हुआ तो उसे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गई। मनोरमा ने पुलिस को बताया कि वह तो दूसरा बच्चा चाहती ही नहीं थी। इसलिए अनिकेत जब गर्भ में था, तभी उसने गर्भपात के लिए दवाएं खा लिया था। इन दवाओं से अनिकेत की मौत तो नहीं हुई, लेकिन जन्म के बाद उसमें तमाम प्रकार की विकृतियां आ गईं। उसे सुनाई कम पड़ता था। वह मानसिक रूप से भी कमजोर था। दौड़कर अक्सर सड़क पर चला जाता था।
पुलिसिया पूछताछ में मनोरमा ने बताया कि उसके सामने समस्या थी कि वह घर संभाले या बच्चे को। उसका कहना था कि बच्चे को संभालने में उसे इतनी कठिनाई आ रही थी कि वह उसे कहीं लेकर जा नहीं सकती थी। ऐसे में जब वह पति के साथ मायके गई तो उसने तभी ठान लिया था कि वह उसकी हत्या कर देगी। ऐसे में अनिकेत के सोने के बाद वह उसे लेकर छत पर गई और पानी की टंकी में उसे डालकर ढक्कन बंद कर दिया।
कोट :
मनोरमा ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
-उपेंद्र कुमार मिश्र, प्रभारी निरीक्षक थाना बेलीपार।