माया हो या मोना सबका सियासी रोना

-राजनीतिक स्टंट साबित हुई बसे मुहैया कराने की पहल
-प्रियंका के किए धरे पर पानी फेर रही निलंबित एमएलए अदिति
-मोना ने कहा कि बस के मु्द्दे पर गुमराह करने से बाज आए सरकार
-मायावती ने श्रमिकों की मौजूदा बदहाली के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया
-पूर्व सांसद ङ्क्षडपल यादव ने बच्चों के साथ प्रवासी श्रमिकों को लंच पैकेट बांटे

योगेश श्रीवास्तव

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना और इसकों लेकर घरों को लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को लेकर शुरू सियासत के चलते सारे प्रमुख दलों के नेताओं के अलावा कांग्रेस बसपा के बाद सपा सरीखी पार्टियां क ी महिला नेत्रियां इस मुद्दे पर अपनी सियासत को धार देने के लिए मैंदान में आ गई। प्रवासियों श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने की गरज से सुर्खियों में आई कांग्रेस की महासचिव और यूपी कांग्र्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी द्वारा राजस्थान से बसे मंगाने के बाद शुरू हुयी सियासत में श्रमिक तो पैदल ही चले, बसे वापस लौट गयी लेकिन इस मुद्दे पर चल रही नोंकझोंक आरोप-प्रत्यारोप थमने का नाम नहीं ले रहे।

प्रियंका गांधी को घेरने में उन्हीं की पार्टी की विधायक आदित सिंह सपा भाजपा और बाकी दलों की मदद कर रही है। उन्होंने कांग्रेस महासचिव की इस पहल को पालिटिकल स्टंट करार दिया तो, प्रियंका गांधी के बचाव में उतरी कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने श्रमिकों की पैदल घर वापसी को लेकर योगी सरकार पर हमलावार होते हुए प्रियंका गांधी के बचाव में अदिति सिंह को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होनें ही अदिति सिंह की सदस्यता समाप्त कराने को लेकर विधानसभाध्यक्ष के यहां याचिका दाखिल कर रखी है। आराधना मिश्रा मोना ने कहा योगी सरकार को उनकी पार्टी की राजस्थान सरकार द्वारा एक हजार से अधिक वाहनों की सूची भेजी थी लेकिन उनकी मंशा देश निर्माता श्रमिकों लाने की नहीं थी इसलिए बहानेबाजी कर रही थी। उन्होंने कहा कि यह बात पूरी जबाबदेही और जिम्मेदारी के साथ कह रही हूँ कि भेजे गए वाहनों की लिस्ट में 1032 बसें हैं। योगी सरकार ने मजदूरों के साथ छल किया है जिसे प्रदेश की जनता इन्हें माफ नहीं करेगी। भाजपा को न प्रवासी मजदूरों से मतलब है और न छात्रों से मतलब है। भाजपा अब अमानवीय राजनीति बन्द करे और प्रदेशवासियों की एवं प्रवासी मजूदरों की तकलीफ  दु:ख.दर्द पर जो मर्मान्तक पीड़ा झेल रहे हैं उस पर ध्यान दे। अब बात अदिति सिंह की।


अदिति सिंह तभी सुर्खियों में आ गई थी जब गत वर्ष गांधी जयंती पर बुलाए गए दो दिन के विशेष सत्र में कांग्रेस के बायकाट के बावजूद उन्होंने सत्र में हिस्सा लिया था और योगी सरकार की कार्यशैली की जमकर तारीफ की थी। उनके इस निर्णय के बाद से कांग्रेस नेतृत्व आदित सिंह की सदस्यता समाप्त कराने से लेकर विधानसभा में याचिका प्रस्तुत कर चुकी है। प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी को लेकर कांग्रेस की बस पालिटिक्स को लेकर कांग्रेस की ही सदस्य आदिति सिंह के पैतरे ने कांग्रे्रस के किए धरे पर पानी फेर दिया।

हालांकि इस मुद्दे पर योगी सरकार पर हमलावर होने के साथ ही बसपा की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बयानबाजी की उससे लोगों को लगा कांग्रेस को घेरने के मुद्दे पर इस समय भाजपा और मायावती साथ है। मायावती ने  बसपा के राजस्थान से बसों के मंगाने के मुद्दे पर राजनीतिक स्टंट करार दिया। इस समय कांग्रेस को घेरने के मुद्दे पर बसपा की मुखिया मायावती कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस को कोसने के मुद्दे पर भाजपा के साथ उनकी जुगलबंदी का राजनीतिक हल्कों में अलग ही निहितार्थ लगाए जा रहे है। मायावती ने आरोप लगाया कि लाकडाउन के दौरान उपेक्षा का शिकार प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के लिये देश में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस जिम्मेदार है। सुश्री मायावती ने कहा कि देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण करोड़ों की तादाद में श्रमिक बेरोजगार हो गये है। उपेक्षा के शिकार करोड़ों प्रवासी श्रमिक परिवारों की दु:खद और शर्मनाक दुर्दशा देखने को मिल रही है जिसकी असली कसूरवार कांग्रेस ही है। उन्होने कहा कि आजादी के बाद केन्द्र और राज्यों में कांग्रेस ने अधिकतर शासन किया। इतने लम्बे शासनकाल के दौरान अगर लोगों की रोजी.रोटी की व्यवस्था गाँव और शहरों में की गई होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में पलायन करने को

मजबूर नहीं होना पड़ता। सपा-कांग्रेस की महिला नेत्रियों की देखादेखी सुर्खियों में आने की गरज से सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव ने बीते शनिवार को पैदल लौट रहे श्रमिकों  को लंचपैकेट वितरित किए। हालांकि इस मुद्दे पर उन्होंने कोई बयानबाजी ने नहीं कि लेकिन सुर्खियों में आने के लिए उनका इतना की करना पर्याप्त था। सपा नेत्री डिंपल यादव अपने बच्चों के साथ प्रवासी कामगारों श्रमिकों की मदद के लिए लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर सेवा करती दिखाई दी। आमतौर पर मीडिया से दूरी बनाकर रखने वाली डिंपल यादव ने एक्सप्रेस.वे पर घंटों कई गाडि़य़ों से आए प्रवासी कामगारों श्रमिकों को भोजन पानी मुहैया कराया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में पूर्व सांसद डिंपल यादव खुद गाड़ी से भोजन के पैकेट निकाल कर दे रही हैं।  

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